पटना। भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक राजीव रंजन ने आज देश में कंफ्यूजन नहीं, बल्कि कमिटमेंट वाली सरकार होने की बात कहते हुए केंद्र सरकार द्वारा किए गए कार्यों का ब्यौरा दिया। उन्होंने कहा 2014 में केंद्र में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी के आने के बाद से पूरे देश में एक अभूतपूर्व परिवर्तन आया है, जिसका पूरा श्रेय प्रधानमन्त्री जी की कुशल नीतियों और लिए गए दमदार फैसलों को जाता है। आज देश में कन्फ्यूजन नहीं, कमिटमेंट वाली सरकार चलती है, तभी सर्जिकल स्ट्राइक जैसे फैसले होते हैं। जब देश में इस तरह की सरकार होती है, तभी वन रैंक-वन पेंशन जैसे दशकों पुराने वादे पूरे होते हैं। ऐसी ही सरकार दशकों से अटका हुआ बेनामी संपत्ति कानून भी लागू करती है। जब परदे के पीछे नीतियों को बनाने वाले लोग नही होते, तभी दुश्मन की संपत्ति जब्त करने वाला शत्रु संपत्ति कानून लागू होते हैं।
उन्होंने कहा कि जब कमिटमेंट वाली सरकार चलती है तब बैंकों से कर्ज लेकर न लौटाने वाली कंपनियों को भी अपनी तिजोरियां खोलनी पड़ती हैं और देश को उसका पाई-पाई वापस देने के लिए मजबूर होना पड़ता है। आज व्यवस्था ईमानदार सरकार के हाथों में है, इसीलिए आज व्यवस्था में पारदर्शिता पर जोर दिया जा रहा है। आज जन-धन, आधार, मोबाइल फोन की त्रिवीर शक्ति से 80 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा गलत हाथों में जाने के बजाए देश निर्माण में लग रहे हैं तथा देश का राजकोषीय घाटा कम करने का प्रयास सफल हो रहा है, जो सीधे-सीधे भ्रष्टाचार के खिलाफ और न्यू इंडिया के तरफ सरकार की ईमानदार कोशिशों का नतीजा है।
श्री रंजन ने आगे कहा, न्यू इंडिया के निर्माण के लिए सरकार के कमिटमेंट के कारण आज दोगुनी रफ्तार से सड़कें बन रही हैं। रेल लाइनें बन रही है, पोर्ट डेवलप हो रहे हैं तथा गैस की पाइप लाइन बिछ रही है। आज डिजिटल इंडिया के लिए ऑप्टिकल फाइबर बिछ रहे हैं। बंद पड़ी फर्टिलाइजर फैक्टरियों को खोलने का काम चल रहा है। करोड़ों घर बनवाए जा रहे हैं, करोड़ों शौचालय बनवाए जा रहे हैं। अस्पतालों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। नए अस्पताल बनवाए जा रहे हैं। ऐसी हर योजना, हर परियोजना अपने साथ विशेष कर मध्य वर्ग के नौजवानों के लिए रोजगार के नए अवसर लेकर आ रही है। आज केंद्र सरकार 21वीं सदी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस सदी के नौजवानों, मध्य वर्ग की अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए नेक्स्ट जेनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान दे रही है। जितना निवेश आज हाईवे, रेलवे, सव वे, मेट्रो, वाटर वे, आई वे, इन पे किया जा रहा है, उतना पहले कभी नहीं किया गया है। इस बजट में भी इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाले खर्च को एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ाया है।