कर्नाटक ने बिहार के लोगों को आने से रोका तो तेजस्वी भड़के

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बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी सोशल इंजीनियरिंग के अब तक आजमाए नुस्खे से अलग प्रयोग करने जा रहा है। आरजेडी इस बार सवर्णों को साधने की कोशिश में है।
बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी सोशल इंजीनियरिंग के अब तक आजमाए नुस्खे से अलग प्रयोग करने जा रहा है। आरजेडी इस बार सवर्णों को साधने की कोशिश में है।

पटना। कर्नाटक ने बिहार के मजदूरों को आने से रोका तो आरजेडी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भड़क गये। तेजस्वी ने कहा कि बिहार के लोगों को बंधुआ न समझें। विदेशों से भारतीयों की वापसी के लिए एयर इंडिया की 64 उड़ानें आज से शुरू हो रही हैं, लेकिन कर्नाटक से बिहारी मजदूर नहीं लौट पाएंगे। कर्नाटक की भाजपा सरकार ने रेल मंत्रालय को कर्नाटक से बिहार या किसी दूसरे राज्यों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने का विरोध किया है। मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा है कि मजदूरों की वहां सख्त जरूरत है और वे किसी को नहीं जाने देंगे। मजदूरों के जाने से निर्माण उद्योग बर्बाद हो जाएगा, जिसमें काम करने की छूट सरकार ने दे दी है।

येदियुरप्पा के इस कदम का बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष आरजेडी के तेजस्वी यादव ने कड़ा विरोध किया है। उनका कहना है कि कर्नाटक सरकार बिहारी मजदूरों को बंधुआ समझती है। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध किया है कि कर्नाटक सरकार के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराएं। हालांकि अभी तक नीतीश ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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विपक्ष पर बरसे सुशील कुमार मोदी

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी

इधर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों-छात्रों की घर वापसी के लिए 12 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के साथ भारत सरकार आज से विदेशों में फंसे प्रवासियों की वापसी के लिए “वंदे भारत मिशन” शुरू कर रही है। पहले चरण में 12 देशों से 15 हजार लोगों को लाने के लिए एयर इंडिया के विमान 64 उड़ान भरेंगे। बिहार के जो हजारों लोग खाड़ी और अन्य देशों से लौटना चाहते हैं, उनके लिए भी उड़ानें होंगी। उन्होंने कटाक्ष किया कि जो विरोधी दल दिल्ली से मजदूरों की वापसी के लिए 2000 बसें भेजने और 50 ट्रेनों का किराया भरने के बड़बोले एलान कर रहे थे, वे क्या चार्टर विमान भेजेंगे? उन्होंने सलाह दी कि विपक्ष को इस चुनौती के समय गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी से बचना चाहिए।

मोदी ने महाराष्ट्र सरकार को कोसा

महाराष्ट्र का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि कोरोना से देश में सर्वाधिक 617 मौतें अकेले जिस महाराष्ट्र में हुईं, वहां शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी की गठबंधन सरकार आपदा प्रबंधन में अपनी विफलता छिपाने के लिए अनर्गल आरोप लगा रही है। मुंबई-पुणे से मजदूरों की वापसी के लिए जितनी भी ट्रेनों की जरूरत होगी, उसे बिहार सरकार अनुमति देगी और लौटने वालों का स्वागत करेगी। उद्धव ठाकरे को इस समय राजनीति करने के बजाय अपनी प्रशासनिक कुशलता सिद्ध करनी चाहिए।

बिहार में 362 डाक्टर ड्यूटी से गायब

मोदी ने कबूल किया कि कोरोना के संक्रमण काल में बिहार के तीन सौ से ज्यादा डाक्टर ड्यूटी से लापता हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के समय देश जब डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को पहली पंक्ति का योद्धा मान रहा है और उनके लिए सेना पुष्पवर्षा कर रही है, तब बिहार में 362 डाक्टरों का ड्यूटी से गायब रहना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। जैसे कोई सैनिक मृत्यु के भय से युद्धभूमि नहीं छोड़ सकता, वैसे ही संक्रमण के भय से डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल नहीं छोड़ सकते। सरकार ने गैरहाजिर पाये गए डाक्टरों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भेजा है और आशा की है कि वे अपनी गलती सुधार लेंगे।

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