पटना। नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण के बारे में एक्सपर्ट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ संवाद कर अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। सरकार के स्तर पर किये जा रहे प्रयासों की डाक्टरों ने सराहना की। मुख्यमंत्री को विषेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिये हमलोग सेवा भाव से लगे हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि कुछ दिनों पहले भी आप सब विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ संवाद हुआ था। आज दो और विशेषज्ञ चिकित्सक जुड़े हैं। मैं आप सबको सुझाव देने के लिए धन्यवाद देता हूँ। आप सब स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं। आप सबका अपना अनुभव है। पिछली बार आपने सुझाव दिया, उस पर स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से अमल कर रहा है। आज के आपके सुझाव भी काफी महत्वपूर्ण हैं, उसे क्रियान्वित करने के लिये स्वास्थ्य विभाग आवश्यक कदम उठायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की जानकारी मिलते ही हमलोगों ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी थी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाया गया। 13 मार्च से ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार के स्तर पर एहतियाती कदम उठाये जाने लगे थे। बिहार में हमलोगों ने ग्रामीण क्षेत्रों को छोड़कर बाकी पूरे राज्य में जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक लॉकडाउन का निर्णय लिया। उसके दो दिन बाद केंद्र सरकार ने पूरे देश में सभी जगहों पर 21 दिन के लॉकडाउन का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि जो भी लोग राज्य के बाहर से आए हैं, उनकी सघन स्क्रीनिंग करायी जा रही है। उनकी टेस्टिंग भी की जा रही है। हमलोग हर स्तर पर काम कर रहे हैं। बिहार के लोग पूरी तरह सचेत हैं। गांव के लोग भी बाहर से आने वाले लोगों को अलग रखने के काम में सहयोग दे रहे हैं। सभी जनप्रतिनिधि भी सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ, नर्सेस के साथ-साथ पुलिस पदाधिकारी, प्रशासन के लोग, राज्य की जनता के सहयोग के लिए अपना दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। चिकित्सकों की सुविधा के लिए हमलोग जरूरी इक्यूपमेंट्स भी उपलब्ध करा रहे हैं।
नीतीश ने कहा कि एनएमसीएच को कोविड-19 के ट्रीटमेंट के लिए विशेष अस्पताल के रूप में चिह्नित किया गया है। वहां काम करने वाले चिकित्सकों, नर्सेज एवं पारा मेडिकल स्टाफ को जरूरी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं। हमलोगों को इस बात के लिए भी विचार करना चाहिए कि अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी लोगों को असुविधा ना हो, इसके लिए अन्य अस्पतालों को भी कार्यरत करना होगा। कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है, लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। हम सब आत्मविश्वास बनाये रखें। मुझे पूरा भरोसा है कि सब के सहयोग से हमलोग इस संकट से बाहर आएंगे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पद्मश्री डा. एसएन आर्या, डा. ए हई, डा. विजय प्रकाश, पीएमसीएच के डा. सत्येंद्र नारायण सिंह, केयर के डा. हेमंत शाह, डब्लूएचओ के डा. बीपी सुब्रह्मण्यम, आरएमआरआई के निदेशक डा. प्रदीप कुमार दास, एनएमसीएच के डा. विजय कुमार गुप्ता, एम्स के निदेशक डा. पीके सिंह, आईजीआईएमएस के निदेशक डा. एनआर विश्वास, डा. एसके शाही, प्रधान
अनेक संगठनों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में किया अंशदान
विभा राज कंस्ट्रक्शन ने 1 करोड़ 21 लाख रूपये, उत्कर्ष स्फटिक लिमिटेड ने 50 लाख रूपये, दीपांशु प्रमोटर ने 25 लाख रुपये, चेम्बर आफ कामर्स चैरिटेबल ट्रस्ट ने 6 लाख रूपये, बिहार स्टेट मदरसा एजुकेशन ने 5 लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष में सौंपा। इसके अतिरिक्त अनेक जनप्रतिनिधियों ने भी अपने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में सौंपा है। कई अन्य लोगों ने भी मुख्यमंत्री राहत कोष में अपना अंशदान दिया है।
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नीतीश की बिहारवासियों से की अपील, दीप जलाकर एकजुटता दिखाएं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्पूर्ण बिहारवासियों से अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर 5 अप्रैल को रात 9 बजे सभी लोग अपने घरों की बत्तियां बंद कर दरवाजे या बालकनी में 9 मिनट तक दीप, मोमबती, टार्च या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव में अपने संघर्ष की एकजुटता प्रदर्शित करें। इससे हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति और मजबूत होगी और हमारा आत्मबल बढ़ेगा।
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