मनिका (झारखंड)। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हुए एक कार्यक्रम में हम भारत की नारी हैं, फूल नहीं चिनगारी हैं के नारे से प्रखंड कार्यालय परिसर गूंज उठा। ग्राम स्वराज मजदूर संघ, महिला अधिकार संघर्ष समिति और एनसीडीएचआर के द्वारा मनिका हाई स्कूल के मैदान से जागरूकता रैली का आयोजन किया गया, जो मनिका प्रखंड कार्यालय परिसर में सभा में तब्दील हो गया। महिलाओं ने पांच सूत्री मांग पत्र प्रधानमंत्री को प्रखंड विकास पदाधिकार के माध्यम से सौपा।
सभा को संबोधित करते हुए तारामणी साहू ने महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज महिलाओं को अपनी लड़ाई के लिए आवाज बुलंद करना होगा, तभी महिलाओं को अधिकार मिलेगा। इसके लिए संगठित होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पुरुषवादी सत्ता चाहती है कि महिलाओं को अधिकार नहीं मिले, तभी तो आजादी के बाद आज तक महिलाओं को राजनीति में 33 प्रतिशत आरक्षण नहीं दिया गया। तभी तो लोकसभा और विधानसभा में महिला आरक्षण बिल पास नहीं हो सका।
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ललिता देवी ने कहा कि आज महिलाओं पर अत्याचार और हिंसा का सिलसिला जारी है, क्योंकि महिलाओं के अधिकार के लिए बनाये गये कानून का सख्ती से पालन नहीं हो रहा। यह भी एक साजिश है। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार व हिंसा के खिलाफ महिलाओं को संगठित होकर अपनी लड़ाई लड़नी पड़ेगी। रांची से आयी पल्लवी प्रतिभा ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि आखिर कब तक महिलाओं को सुरक्षा के नाम पर डराया जाता रहेगा। यह डर भी एक साजिश के तहत पैदा किया जा रहा है, ताकि महिलाओं को अधिकार से वंचित रखा जा सके।
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कार्यक्रम का संचालन करते हुए सबिता कुमारी ने कहा कि आज भी समाज में बेटा और बेटी में काफी भेदभाव है। भेदभाव के कारण बेटी को अच्छी शिक्षा से वंचित रखा जा रहा है, जो बेटियों के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकार को लेने के लिए संगठित होना जरूरी है। कार्यक्रम को सबिता देवी, प्रियंका देवी, कौशल्या देवी, कबूतरी देवी, बुधनी देवी, सुखमनी देवी, तेतरी देवी, फुलवसिया देवी, ग्राम स्वराज मजदूर संघ से पचाठी सिंह, जेम्स हेरेज, कमलेश उरांव, राँची विश्वविद्यालय के प्रो. ज्याँ द्रेज, झारखंड नरेगा वाच के राज्य संयोजक जेम्स हेरेंज, एनसीडीएचआर के राज्य संयोजक मिथिलेश कुमार सहित कई लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम में अनिता देवी, तेतरी देवी, शांति देवी, सुगिया देवी, मनमतिया देवी, रतोया देवी, फलमती देवी, मंगरी देवी सहित सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने भाग लिया।
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