- डी. कृष्ण राव
कोलकाता। अमित शाह 30-31 जनवरी के अपने बंगाल दौरे में धमाल मचाने वाले हैं। TMC के नेताओं के बीजेपी ज्वाइन करने की लंबी लिस्ट है। अगर ऐसा होता है तो TMC कंगाल हो जाएगी। उसे अच्छे उम्मीदवारों का टोटा पड़ जाएगा। अमित शाह की इस रणनीति को देखते हुए टीएमसी ने उनके दौरे के दो दिन पहले हालात से निपटने के लिए पार्टी कोर कमेटी की बैठक बुलायी है।
2 दिन के बंगाल दौरे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कोलकाता आ रहे हैं। वह हावड़ा में बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम करेंगे। इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) के अंदर काफी खलबली मची हुई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन 2 दिनों में TMC में बड़ी टूट-फूट हो सकती है। बीजेपी ज्वाइन करने वालों में तृणमूल कांग्रेस के कई बड़े नाम सामने आ रहे हैं।
पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी, लक्ष्मी रतन शुक्ला, बाली की विधायक वैशाली डालमिया, उत्तरपाड़ा के विधायक प्रवीर घोषाल, हावड़ा के पूर्व मेयर रथीन चक्रवर्ती जैसे नामों पर तो चर्चा कई दिनों से है। इनके अलावा भी टीएमसी से बीजेपी में आने वालों की लिस्ट काफी लंबी है। इनमें विधायक साधन पांडे, अबीर लाल विश्वास, उदयन गुहा, शंकर सिंह, आफरीन अली, दीपक अधिकारी उर्फ देव, सांसद प्रतिमा मंडल, सीएम जटुआ, दिलीप जटवा, विश्वनाथ पोरियल के अलावा सांसद शिशिर अधिकारी व दीपेंदु अधिकारी के नाम भी शामिल हैं।
इस लिस्ट पर तृणमूल का कोई नेता टिप्पणी करने से बच रहा है। भाजपा की ओर से जिन नामों को गिनाया जा रहा है, अगर यह सच साबित होता है तो तृणमूल में सुनामी आ जाएगी। इस स्थिति से निपटने के लिए अमित शाह कोलकाता पहुंचने के पहले 29 जनवरी को कालीघाट स्थित तृणमूल कार्यालय में एक गोपनीय बैठक होने जा रही है, जिसमें तृणमूल कोर कमेटी के सारे नेता उपस्थित रहेंगे। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक ममता इस बैठक में पार्टी लाइन के खिलाफ बोल रहे नेताओं को चेतावनी दे सकती हैं या पार्टी से निकाल सकती हैं।
इसके अलावा टीएमसी कोर कमेटी की बैठक में विधानसभा चुनाव की रणनीति भी तय होगी। इससे पहले हुगली की सभा में ममता बनर्जी ने साफ-साफ कहा था कि जिन्हें पार्टी छोड़कर जाना है, जा सकते हैं। इसके साथ ही पार्टी लाइन तोड़ने वाले उत्तरपाड़ा के विधायक प्रवीण घोषाल को जिला कमेटी से व नदिया के ब्लॉक अध्यक्ष पार्थो चटर्जी को उनके पदों से सस्पेंड कर दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि पार्टी में रहकर पार्टी लाइन के खिलाफ मुंह खोलना ममता को मंजूर नहीं।
इधर भाजपा सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक अमित शाह के इस सफर के पहले दिन यानी 30 जनवरी को मतुआ समाज के लोगों के गढ़ में सभा होगी। इस सभा में अमित शाह एनआरसी लागू करने का एलान कर सकते हैं। इसके अलावा मतुआ समाज के लिए एक पैकेज का भी ऐलान कर सकते हैं। इसी दिन हावड़ा के दुमुर्जला स्टेडियम में एक बड़ी सभा को वे संबोधित करेंगे। दूसरे दिन यानी 31 जनवरी को शाह पहले हावड़ा के पांचला पहुंचेंगे। वहां से रघुनाथपुर में पिछड़े वर्ग के कार्यकर्ता के घर दोपहर का भोजन कर उलूबेड़िया पहुंचेंगे। वहां एक लंबे रोड शो में भाग लेंगे। बाद में उलूबेड़िया के काली मंदिर में पूजा कर कोलकाता लौटेंगे। ग्रामीण हावड़ा में अमित शाह के इस कार्यक्रम के पीछे राजीव बनर्जी का लिंक दिख रहा है, क्योंकि ग्रामीण हावड़ा ही राजीव बनर्जी का गढ़ है।
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