पटना। पूर्व प्रधानमन्त्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा आधुनिक भारत की नींव रखने की बात कहते हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन ने उन्हें आजाद भारत के महानतम नेताओं में से एक बताया। उन्होंने कहा कि आजाद भारत में ऐसे बहुत ही कम नेता हुए हैं, जिनकी अटल जी के सामान व्यापक स्वीकार्यता रही है।
इस व्यापक स्वीकार्यता के पीछे अटल जी के अपने खास अंदाज के साथ-साथ उनकी नीतियों और साहसिक निर्णयों का बहुत बड़ा योगदान रहा. अपने कार्यकाल में अटल जी ने कई ऐसे क्रांतिकारी फैसले लिए तथा योजनाओं को मूर्त रूप दिया, जिनका प्रभाव आज भी देखा और परखा जा सकता है। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर उन्होंने पूर्व की सरकार की तरफ से लाए गए रिफॉर्म्स को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने का काम किया, जिसके परिणामस्वरूप जब 2004 में कांग्रेस की सरकार को एक काफी मजबूत अर्थव्यवस्था विरासत में मिली। उस समय जीडीपी ग्रोथ रेट 8 फीसदी से अधिक था, महंगाई दर 4 फीसदी से कम थी और विदेशी मुद्रा भंडार अपने रिकॉर्ड स्तर पर था।
यह अटल जी ही थे, जिन्होंने ने बिजनेस और इंडस्ट्री में सरकार की भूमिका को कम करने के लिए अलग से विनिमेश मंत्रालय की स्थापना की। इस दिशा में उनका सबसे महत्वपूर्ण फैसला भारत ऐल्युमिनियम कंपनी (BALCO)और हिंदुस्तान जिंक, इंडिया पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड और VSNL में विनिवेश का था। वाजपेयी जी की इन पहलों से भविष्य में सरकार की भूमिका तय हो गई। इसके अलावा उनकी सरकार के सबसे सफल सामाजिक अभियानों में से एक था सर्व शिक्षा अभियान, जिसने देश में साक्षरता और शिक्षा को बढ़ावा देने में काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उन्होंने इस योजना के जरिये 6 से 14 साल की उम्र के बच्चों को मुफ्त प्राथमिक शिक्षा देने का प्रावधान किया था, जिसके फलस्वरूप 2001 में लॉन्च हुई इस योजना के महज 4 साल के भीतर स्कूलों में पढने वाले बच्चों की संख्या में 60 फीसदी की बढ़ोतरी हो गयी। वाजपेयी सरकार ने राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए राजकोषीय जवाबदेही ऐक्ट बनाया। इससे सार्वजनिक क्षेत्र बचत में मजबूती आई और वित्त वर्ष 2000 में जीडीपी के -0.8 फीसदी से बढ़कर वित्त वर्ष 2005 में 2.3 फीसदी तक पहुंच गई।
यह भी पढ़ेंः अटल जी की प्रेरणा से नये भारत का हो रहा निर्माण: राजीव रंजन
इसके अलावा वाजपेयी जी की सबसे बड़ी उपलब्धियों में उनकी महत्वाकांक्षी सड़क परियोजनाओं स्वर्णिम चतुर्भुज और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को सबसे ऊपर रखा जाता है, जिसने परिवहन और व्यापार जगत में एक क्रांति सी ला दी। स्वर्णिम चतुर्भुज योजना ने चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली और मुंबई को हाईवे नेटवर्क से कनेक्ट किया, जबकि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के जरिए गांवों को पक्की सड़कों के जरिए शहरों से जोड़ा गया। वाजपेयी जी की नीतियों से न केवल देश के विकास को बल मिला बल्कि उनकी वजह से पूरी दुनिया में देश की छवि भी काफी सशक्त हुई।