पटना। आरजेडी-कांग्रेस के फर्जी सेकुलरिज्म से ही कम्युनलिज्म बढ़ा है। सांसद सुशील मोदी ने कहा कि दोनों दल सांप्रदायिकता के लिए जिम्मेवार हैं। बटाला हाउस मुद्दे पर जिन लोगों ने चुप्पी साध ली, उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि आरजेडी जिस यूपीए सरकार में शामिल था, उसके दस साल के दौरान मुंबई पर आतंकी हमला हुआ और दिल्ली, वाराणसी, हैदराबाद सहित कई प्रमुख शहरों में हुए सीरियल ब्लाट के चलते सैंकड़ों निर्दोष नागरिकों की जान गई। आरजेडी ने कभी इन आतंकी गतिविधियों में दोषी पाये गए इंडियन मुजाहीद्दीन, जमायते इस्लामी और सिमी जैसे संगठनों के नाम लेकर उनकी निंदा करने तक की हिम्मत नहीं की।
मोदी ने कहा कि बटाला हाउस मुठभेड़ के लिए एक आतंकी को दोषी पाये जाने के कोर्ट के फैसले पर भी आरजेडी चुप्पी साध गया, लेकिन बिना किसी आधार के वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर अनर्गल टिप्पणी कर रहे हैं। देश में साम्प्रदायिकता (कम्युनलिज्म) और आतंकवाद (टेररिज्म) का जहर आरजेडी-कांग्रेस जैसे दलों के फर्जी सेकुलरिजम के चलते फैला।
मोदी ने कहा कि जो लोग सत्ता के जरिये बेनामी सम्पत्ति बनाने के लिए वोट बैंक की राजनीति करते हैं, शहाबुद्दीन-मुख्तार अंसारी के बचाव में उतरते हैं, उन्हें साम्प्रदायिकता पर बोलने का कोई हक नहीं है। जघन्य अपराधियों, बलात्कारियों, हत्यारों और आतंकियों तक का धर्म देख कर जो लोग जुबान खोलते या सिल लेते हैं, उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए।
बिहटा में रनवे के विकास के लिए चाहिए 191.5 एकड़ जमीन
राज्यसभा में सुशील मोदी के सवाल के जवाब में नागर विमानन मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने एयरपोर्ट अथारिटी को अब तक मुफ्त में 108 एकड़ भूमि दी है। 937 करोड़ की लागत से बिहटा में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और वायु सेना के संयुक्त उपयोग के लिए सिविल एन्क्लेव का निर्माण प्रस्तावित है। सुशील मोदी द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि बिहटा में सिविल एन्क्लेव निर्माण हेतु हवाई अड्डे की मौजूदा रनवे की लम्बाई को अन्तरराष्ट्रीय स्तर का करने के लिए 8,200 फीट से बढ़ा कर 12,000 फीट करने की जरूरत है, ताकि यहां B.777 और B.787 जैसे बड़े आकार के विमान व अन्तरराष्ट्रीय परिचालन के साथ-साथ कार्गो की वृद्धि हो सके। बिहटा में अभी जो रनवे की लम्बाई है, उससे ए-320 और ए-321 टाइप के छोटे विमानों का परिचालन ही संभव है।
मंत्री ने कहा कि पटना हवाई अड्डा का रनवे छोटा होने के कारण ही भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के संयुक्त उपयोग हेतु बिहटा में 937 करोड़ की लागत से बड़े आकार के विमानों के परिचालन के लिए सिविल एन्क्लेव का निर्माण प्रस्तावित है। बिहटा हवाई अड्डे के विकास व विस्तार के लिए बिहार सरकार ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को अब तक 108 एकड़ भूमि मुफ्त में दी है। अन्तरराष्ट्रीय स्तर के रनवे का विस्तार जरूरी है, ताकि बड़े आकार के विमानों का परिचालन संभव हो सके। इसके लिए बिहार सरकार से 191.5 एकड़ जमीन की मांग की गई है, ताकि रनवे की लम्बाई को बढ़ाकर 12,000 फीट किया जा सके। उन्होंने कहा कि अन्य औपचारिकताओं और पर्याप्त भूमि की उपलब्धता के बाद निर्माण कार्य के लिए निविदा आमंत्रित की जाएगी।