मुजफ्फरपुर। जुब्बा सहनी पार्क शहर का एकमात्र ऐसा पार्क ,जहां अब आप घूमने और मनोरंजन के लिए जाएंगे तो नजारा बदला बदला दिखेगा। इस नजारे को बदला है मुज़फ्फरपुर नगर निगम के नगर आयुक्त संजय दुबे की पत्नी संगीता दुबे ने । चार दिनों पहले शहर घूमने निकली तो संगीता पार्क पहुंच गई । लेकिन रूखे सूखे पार्क देख मन खिन्न हो गया । वहां से वह चंद मिनटों में लौट गई । लेकिन ठान ली इससे ऐसा बनाना है , जहां परिवार के लोग आए तो पैर ही नहीं नजरें भी थम जाए । बाजार से पेंट खरीदा और अगले दिन खुद ही दीवारों पर पेंटिंग बनाने लगी । 2 दिनों में ही 100 फिट दीवारों पर ऐसी पेंटिंग कि कि सबकी नजरें बरबस वहां तक जा रही है । पार्क में प्रवेश के साथ ही हमारे के समीप स्थित जिस दीवार और उसके आसपास कूड़े-कचरे फेंके जाते थे । उसी स्थल की सूरत 2 दिनों में ऐसी बदली की पार्क आने जाने वाले बच्चे युवा से लेकर महिलाओं तक कदम रुक जा रहे हैं । संगीता के अनुसार वह रुकेगी नहीं पार्क में अन्य स्थानों जहां लोग जाने में रुचि नहीं लेते उन स्थानों को रमणीक और मनोरम बनाएगी । आम्रपाली ऑडिटोरियम के बगल की दीवारों पर भी पेंटिंग की जाएगी उनकी इस पहल से प्रेरित छात्राएं की टीम भी अब योग में हाथ बताने को तैयार हो गई है। संगीता कहती है कि पार्क शहर की पहचान है। ऐसे में इसे सुसज्जित रखने की जिम्मेदारी भी हम सब की बनती है । खुद के पैसे से उन्होंने पार्क में 200 से अधिक फूल के पौधे भी लगाए ।
ऐसे मौके पर संगीता ने कहा कि पेंटिंग में सिर्फ खूबसूरती ही नहीं प्रकृति और पर्यावरण के प्रति भी संदेश है । संगीता दुबे ने कहा कि इस पेंटिंग में सिर्फ खूबसूरती की ही नहीं पर्यावरण और प्रकृति के संरक्षण का संदेश भी है । इसमें जो थीम लिया गया है उसमें पर्यावरण की दृष्टि से प्लांटेशन करते दिखाया गया है बगल में मिथिला पेंटिंग है। जिसमें जीव जंतु संरक्षण का संदेश है । फिर नेचर से संबंधित बादलों के बीच नाचता हुआ मोर और बगल में पानी में तैरती मछली की पेंटिंग की गई है । इसमें जल से लेकर आकाश तक प्रकृति के विभिन्न रूपों को प्रदर्शित कर या दिखाने का प्रयास है । संगीत की माने तो किस तरह हम छोटी जगहों को खूबसूरत बना कर सकारात्मक संदेश दे सकते हैं, उनका एक छोटा सा प्रयास है।
नगर निगम के आयुक्त संजय दुबे ने कहा कि पर्यावरण को बचाना हम सब की जिम्मेवारी है । इस पार्क को देखने के बाद ऐसा लग रहा था पहले जैसे कई महीनों से इस पार्क की सफाई नही हुई हो जहाँ अब रमणीक लग रहा है । पर्यावरण को बचाने के लिये सबसे बड़ी चुनौती प्लास्टिक है । उन्होंने कहा कि इस विश्व पर्यावरण दिवस पर प्लास्टिक से तौबा करना थीम को मुख्य तौर रखा गया है ।
संगीता की जज्बे को एक बार सलाम। संगीता की पहल से एक पार्क जो अब खूबसूरत बन गया है, आप देखकर दीवाना हो जाएंगे।