करेह नदी में पानी बढ़ने से गांव का संपर्क मुख्य सड़क से टूटा

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  • प्रमोद प्रभाकर

समस्तीपुर। प्रखंड क्षेत्र के भटवन पंचायत अंतगर्त सिरसिया गांव में करेह नदी में अत्यधिक जल वृद्धि के कारण गांव का संपर्क मुख्य सड़क से टूट चुका है। लोग पलायन करने पर मजबूर हो गये हैं।

बताते चलें कि करेह नदी की गोद में बसे सिरसिया गांव में प्रत्येक साल बाढ़ आनी तय रहती है। इससे प्रत्येक साल यहां के ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ता हैं। इस साल भी करेह नदी का जलस्तर बढ़ने से गांव की मुख्य सड़क, जो पिछले 4-5 महीने पहले बनी थी,  टूट चुकी है। जहाँ छोटे-बड़े वाहन चलते थे, वहाँ आज नाव से आवागमन होता दिख रहा है।

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स्थानीय ग्रामीण अनवर इकबाल ने बताया कि अगर समय रहते प्रशासन कटाव स्थल के निकट पुलिया बनाया होता तो आज यह सड़क नहीं टूटती और इस वजह से आवागमन बाधित नहीं होता। गांव चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिर चुका है। लोग मवेशियों व परिवारों के साथ ऊँचे स्थानों पर पलायन कर रहे हैं। लोग भोजन के लिए सत्तू तो मवेशी के लिए सूखा चारा से काम चला रहे हैं। खेतों में लगी फसल बाढ़ के पानी में डूबकर नष्ट हो गयी है। किसान मो.जफर, मो.डब्लू, मो.मतीन, मो.मुन्ना, मो.शाहिद आदि ने बताया कि यहां हर साल बाढ़ के पानी में फसल डूब कर बर्बाद हो जाती है। इससे उन लोगों को काफी आर्थिक क्षति होती है। सरकार किसानों को फसल क्षति का मुआवजा तो देती है, पर बिचौलिये, जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के द्वारा राशि का बंदरबांट कर लिया जाता है। इससे बहुत सारे किसानों को मुआवजा राशि से वंचित होना पड़ता है।

इधर नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी व गांव के चारों ओर बाढ़ का पानी फैलने की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को भी है, लेकिन वे बाढ़ की समस्या मानने को तैयार नहीं होते। उनका तर्क होता है कि नदी की गोद में बसे गांव हैं। वे कहते हैं कि निचले हिस्से में पानी फैलना स्वाभाविक है। इसलिए इसे बाढ़ पीड़ित या प्रबावित नहीं माना जा सकता।

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