कांग्रेस के जुल्म के शिकार हो रहे हैं यूपी-बिहार के लोग: बीजेपी 

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संजय जयसवाल ने नीतीश शासन की तारीफ के पुल बांधे। कहा राजद शासन में लोगों का घर से निकलना मुश्किल था, लेकिन नीतीश शासन में बदमाश जेल गये या मारे गये।
संजय जयसवाल ने नीतीश शासन की तारीफ के पुल बांधे। कहा राजद शासन में लोगों का घर से निकलना मुश्किल था, लेकिन नीतीश शासन में बदमाश जेल गये या मारे गये।

पटना  कांग्रेस के जुल्म के शिकार हो रहे हैं यूपी और बिहार के लोग। यह आरोप लगाया है बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने। कांग्रेस पर संकट के समय यूपी-बिहार के लोगों से सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि कोरोना संकट के बीच एक तरफ केंद्र सरकार की पूरी मशीनरी और भाजपा के समस्त कार्यकर्ता लोगों की भलाई के लिए दिन-रात जुटे हुए हैं, वहीं कांग्रेस लोगों से 2014 और 2019 की हार की खुन्नस निकालने में व्यस्त है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पीएम नहीं बनाने के कारण, आम लोगों से इनकी यह नाराजगी कांग्रेस शासित प्रदेशों में फंसे प्रवासियों पर कहर बन कर टूट रही है। कांग्रेस की ओछी राजनीति के सबसे बड़े शिकार आज बिहार-यूपी के लोग ही हो रहें हैं। इस संकट को राजनीतिक मौके के तौर पर देख रही कांग्रेस आज तक राजस्थान, महाराष्ट्र और छतीसगढ़ जैसे अपने शासित राज्यों में रह रहे प्रवासियों को समुचित देखभाल का भरोसा तक नहीं दिला पायी है। इस कारण इन राज्यों से गरीब मजदूरों के पलायन लगातार जारी है।

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इनकी अकर्मण्यता के कारण ही आज महराष्ट्र कोरोना पीड़ितों की संख्या के मामले में देश का नंबर 1 राज्य बना हुआ है। मीडिया के अनुसार इन राज्यों के क्वारंटाइन सेंटरों में अव्यवस्था और खराब खाने की शिकायतों की भरमार लगी है। पलायन करने वाले गरीबों, मजदूरों और छात्रों आदि का 85% किराया केंद्र सरकार द्वारा दिये जाने के बावजूद ये लोग अब भी ट्रेनों की व्यवस्था करने के नाम पर खानापूरी कर रहे हैं। इन राज्यों के इसी सौतेले रवैए के कारण आज उन गरीबों को पैदल, साइकिल या ट्रकों में भेड़-बकरी की तरह भर-भर कर आना पड़ रहा है।

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इन प्रवासियों की स्थिति देख कर किसी का भी कलेजा मुंह को आ जाएगा, लेकिन उनके दुख और कष्ट से बेपरवाह कांग्रेस हर दिन एक नया झूठ गढ़ने में व्यस्त है। वास्तव में इनकी निगाहें बिहार में होने वाले चुनावों पर टिकी हुई है। लोगों की मदद करने की बजाए इनकी मंशा लोगों को भड़का कर, सडकों पर उतारना है, जिससे कोरोना संकट बढ़े और इन्हें केंद्र सरकार को बदनाम करने में आसानी हो। यही कारण है कि इन्हें हर वह हरकत करते हुए देखा जा सकता है, जिससे संकट में बढ़ोतरी हो, लोगों की जान खतरे में पड़े और देश की नाम खराब हो।

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