पटना। कांग्रेस शासित राज्य ट्रेन चलाने की मंजूरी कम देकर मजदूरों की पीड़ा बढ़ा रहे हैं। यह आरोप हैं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए बिहार के आग्रह पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलने से अब तक 3.5 लाख लोग सुरक्षित लौट चुके हैं। 15 लाख और लौटने वाले हैं, लेकिन ममता बनर्जी और कांग्रेस शासित राज्य ज्यादा ट्रेनें चलाने की मंजूरी न देकर मजदूरों को पैदल, साइकिल या ट्रक से लौटने पर मजबूर कर रहे हैं।
ट्रेन चलाने में बाधक बनना, मजदूरों का किराया कांग्रेस के फंड से देने का झूठ फैलाना और फिर बिना कोई सूची सौंपे यूपी सरकार से 1000 बसों की अनुमति मांगने का वीडियो जारी करना कांग्रेस के दोहरे चरित्र को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह पुराना चरित्र रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि सोनिया-राहुल-प्रियंका की कांग्रेस कोरोना काल में सरकार के खिलाफ रोष फैलाकर दुनिया में भारत को बदनाम करने के लिए मजदूरों को पैदल चलने पर मजबूर भी कर रही है और दूसरी ओर बसें भेजने वाले मसीहा की छवि भी बनाना चाहती है। कांग्रेस बताये कि जब यूपी ने 1200, बिहार ने 700 और मध्य प्रदेश ने 240 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने की अनुमति दी, तब कांग्रेस शासित राजस्थान और छत्तीसगढ़ ने कितनी ट्रेनें चलाने की अनुमति दी है?
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उन्होंने लालू प्रसाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनको ममता दीदी से पूछना चाहिए कि बंगाल ने केवल नौ ट्रेन और हेमंत सोरेन ने सिर्फ 38 श्रमिक स्पेशल चलाने की अनुमति क्यों दी? रेलवे रोजाना 500 विशेष ट्रेन चलाने को तैयार है, लेकिन तब कांग्रेस, राजद को मजदूरों की पैदल यात्रा के मार्मिक दृश्य पर राजनीति का मौका कैसे मिलेगा?
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