पटना। कीर्ति आजाद ने ‘किरकेट- बिहार के अपमान से सम्मान तक’ का प्रमोशन किया। उन्होंने कहा कि क्रिकेट भारत का एक बेहद लोकप्रिय खेल है। हर क्रिकेट प्रेमी कभी न कभी भारतीय टीम का हिस्सा बनने की ख्वाहिश रखता है। मगर बिहार के लोगों का भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने का सपना क्रिकेट के पीछे खेली जानेवाली राजनीति के चलते एक सपना ही बनकर रह गया है। ‘किरकेट’ की कहानी क्रिकेट में व्याप्त भ्रष्टाचार और खेल के पीछे राजनीति से संघर्ष करते हुए कीर्ति आजाद द्वारा क्रिकेट खेलने के लिए चुने गये 11 खिलाड़ियों के इर्द-गिर्द घूमती है।
फिल्म ‘किरकेट- बिहार के अपमान से सम्मान तक’ के प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन आज राजधानी पटना के होटल मौर्या में किया गया। इस दौरान फिल्म के कलाकार कीर्ति आज़ाद, सोनम सी. छाबड़ा, विशाल तिवारी, देव सिंह व अजय उपाध्याय, फिल्म के निर्देशक योगेंद्र सिंह, निर्माता सोनू झा, सह-निर्माता जगेश सावजानी और युसूफ़ शेख ने मीडिया को संबोधित किया।
आपको बता दें कि योगेंद्र सिंह द्वारा निर्देशित इस फिल्म का लेखन विशाल विजय कुमार ने किया है। इस फिल्म के जरिये कई कलाकार फिल्मी दुनिया में क़दम रखने जा रहे हैं। फिल्म में मुख्य रूप से कीर्ति आजाद, विशाल तिवारी, सोनू झा, सोनम छाबड़ा, देव सिंह, अजय उपाध्याय लीड रोल में नज़र आने वाले हैं. इस फ़िल्म का निर्माण ए स्क्वायर प्रोडक्शन्स, धर्मराज फ़िल्म्स, जेकेएम फिल्म्स के तहत आर. के. जालान, सोनू झा और विशाल तिवारी ने किया है। इस फिल्म को येन मूवीज के बैनर तले को-प्रोड्यूस किया है जगेश सावजानी और युसूफ शेख ने।
‘किरकेट’ की कहानी बेहद दिलचस्प है और इसमें क्रिकेट की पीछे होनेवाली राजनीति को दर्शाया गया है। ‘लगान’, ‘चक दे इंडिया’ और ‘दंगल’ जैसी खेल पर आधारित और बेहद लोकप्रिय फ़िल्में ‘किरकेट’ के लिए प्रेरणास्त्रोत रही हैं। फिल्म के निर्माताओं ने ‘किरकेट’ को दुनियाभर में 18 अक्टूबर को रिलीज़ करने का ऐलान किया है।
उल्लेखनीय है कि कीर्ति आजाद दिल्ली क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके हैं। वे इस फ़िल्म में अपने असल ज़िंदगी से जुड़ा किरदार ही निभा रहे हैं। कीर्ति आज़ाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं और 1983 में विश्व कप जीतनेवाली क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा भी रहे हैं। बाद में उन्होंने राजनीति की दुनिया में कदम रखा और कई बार बिहार के दरभंगा लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे।
फिल्म के प्रमोशन के दौरान कीर्ति आज़ाद ने कहा, “मैं इस बात को लेकर बेहद ख़ुश हूं कि मेरी पहली हिंदी फ़िल्म रिलीज़ होने जा रही है और मेरे संघर्ष की यह कहानी जल्द दर्शकों तक पहुंचेगी। मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को क्रिकेट और राजनिति के पीछे की असलियत बेहद दिलचस्प लगेगी और मेरी क्रिकेट टीम के 11 खिलाड़ियों की ज़िंदगी के सफ़र को बेहद करीब से महसूस कर सकेंगे। यह कहानी बिहार की पृष्ठभूमि पर आधारित है और मुझे उम्मीद है कि लोग ख़ुद को इस कहानी से कहीं न कहीं जुड़ा हुआ पायेंगे। हालांकि यह कहानी सत्य घटनाओं पर आधारित है, मगर इसमें बॉलीवुड फ़िल्मों का तड़का भी देखने को मिलेगा। ‘किरकेट’ बिहार के अपमान से सम्मान तक की अनोखी कहानी है, जिसे बेहद दिलचस्प अंदाज़ में पेश किया गया है।”
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