पटना। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक श्री रंजन ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि केंद्र सरकार पिछड़ी जातियों एवं महादलितों के लिये संवेदनशील है। इन समुदायों के समग्र विकास के लिए केंद्र सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्यरत है। बाकी पार्टियाँ सिर्फ दिखावे के लिये कार्य करती है।
खुद को दलितों/महादलितों का मसीहा बताने वाले राजद के नेताओं से अगर इन समुदाय के लोगों के हित में किए कार्यों के बारे में पूछें तो इनके नेता बगलें झाँकने लगते हैं। आज केंद्र सरकार द्वारा देश के विकास के लिए 130 योजनाएं चलायी जा रही हैं, जिसका सबसे ज्यादा फायदा देश के दलितों, पिछड़ों/अतिपिछडे और आदिवासियों को मिल रहा है।
सरकार की अनेक क्रन्तिकारी योजनाएं इन समुदायों के युवाओं के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक उत्थान को ध्यान में रख कर बनी हैं, जिसका फायदा आज इन समाजों के लाखों युवाओं को मिल रहा है। इनके आर्थिक विकास की बात करें तो केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही स्टैंड अप योजना के तहत 2.5 लाख दलित उद्यमी तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के तहत बैंक के हरेक शाखा को अपने क्षेत्र के कम से कम एकदलित, एक महिला और एक आदिवासी को बिजनेस के लिए लोन देना है।
केंद्र की महत्वाकांक्षी मुद्रा योजना के तहत अभी तक 13.2 करोड़ से ज्यादा लोगों के बीच लगभग 6 लाख करोड़ रु की राशि वितरित की जा चुकी है, जिसके लाभान्वितों में इन समुदायों के लोग काफ़ी ज्यादा संख्या में हैं। इन समुदायों के युवाओं पर विशेष ध्यान देते हुए केंद्र सरकार इनके लिए अलग से मुद्रा बैंक की शुरुआत करने वाली है, जिसकी शुरुआत 20 हजार करोड़ रुपए के कोष से की जाएगी।
इन योजनाओं के साथ ही केंद्र ने वेंचर कैपिटल फंड योजना भी शुरू की है, जिसके तहत दलित समुदाय के युवाओं को 50 लाख से 15 करोड़ तक का ऋण दिया जा रहा है। इस योजना की सबसे खास बात यह है कि ऋण के 80 फीसदी राशि की गारंटी खुद केंद्र सरकार दे रही है। इन योजनाओं का लाभ उठाने वाले युवक आज कई अन्य युवकों को भी रोजगार दे रहे हैं। राजद-कांग्रेस के नेताओं से हमारा आग्रह है कि अगर उन्हें इन लोगों की थोड़ी भी फ़िक्र है तो केंद्र सरकार के कार्यों में सहयोग करें, जिससे इनके सामाजिक और आर्थिक उत्थान में तेजी आए।
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