रांची। कोरोना वायरस के फैलाव को देखते हुए रांची में सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती का फैसला लिया गया है। लाक डाउन करने वालों से अब वे ही निपटेंगे। डीजीपी ने लोगों से अपील की है कि न अफवाह फैलाएं और न अफवाहों पर ध्यान दें। सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले पोस्ट तो सोशल मीडिया पर बिल्कुल न डालें। इस तरह के पोस्ट को फारवर्ड, लाइक न करें। दरअसल सीआरपीएफ की तैनाती का फैसला इसलिए करना पड़ा कि तमाम चेतावनी के बावजूद लोग लाक डाउन का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे थे।
अब तीन शिफ्ट में काम करेगी फ्लाइंग स्क्वायड टीम
रांची जिला में कोविड-19 (कोरोना वायरस) के संक्रमण से सुरक्षा व्यवस्था एवं एहतियाती व्यवस्था संधारण के लिए बनाई गई फ्लाइंग स्क्वायड टीम अब तीन पालियों में काम करेगी। पहले फ्लाइंग स्क्वायड टीम दो पालियों में काम कर रही थी। ये तीन अलग-अलग शिफ्ट इस प्रकार होंगे- शिफ्ट A- सुबह 6 बजे से से दोपहर 2 बजे तक, शिफ्ट B- दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे रात तक और शिफ्ट C- रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक।
इन्हीं तीन पालियों के आधार पर कर्मियों को प्रतिनियुक्त भी किया गया है। पूरे शहरी क्षेत्र को अंचलवार चार भागों में बांटा गया है। संबंधित क्षेत्र के अंचल अधिकारी इंसिडेंट कमांडर होंगे। अंचल अधिकारी अपने संबंधित फ्लाइंग स्क्वायड टीम से संपर्क कर आवश्यकतानुसार सहायता उपलब्ध कराएंगे। अंचलवार प्रभारी अंचल अधिकारी निम्न प्रकार से तैनात किये गये हैः शहर अंचल- प्रकाश कुमार ( अंचल अधिकारी सदर), बड़गांई अंचल- शैलेश कुमार (अंचल अधिकारी, बड़गाईं), हेहल अंचल- दिलीप कुमार (अंचल अधिकारी, हेहल), अरगोड़ा अंचल- रविंद्र कुमार (अंचल अधिकारी, अरगोड़ा)।
यह भी पढ़ेंः झारखंड में कोरोना के संकट काल में भी हो रही ‘कोरोना’ राजनीति
हर टीम में एक/ दो शिक्षक एवं एक डॉक्टर/ एक स्वास्थ्य कर्मी होंगे। शिक्षक के प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी कमला सिंह हैं। डॉक्टर/ स्वास्थ्य कर्मी के प्रभारी शशि भूषण खलखो डीआरसीएचओ, रांची बनाये गए हैं। प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मचारी प्राप्त सूचना के आधार पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए नियंत्रण कक्ष को सूचित करेंगे, जो जिला समाहरणालय ब्लॉक A, कमरा संख्या 609 में 24 घंटे सातो दिन कार्यरत है। अपर समाहर्ता, रांची जिला नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभार में है तथा जिला भू अर्जन पदाधिकारी नियंत्रण कक्ष को आवश्यक सहयोग करेंगी।
फ्लाइंग स्क्वायड टीम के कार्य
फ्लाइंग स्क्वायड टीम कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के पास पहुंच कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेगी। जिन व्यक्तियों को घर से अलग क्वॉरेंटाइन रखना है, उसे अलग रखने की व्यवस्था करेगी। जिन्हें घर पर क्वॉरेंटाइन करना है, उनके हाथ पर होम क्वॉरेंटाइन का मुहर लगाकर इसकी जानकारी टीम द्वारा दी जाएगी। क्वॉरेंटाइन की स्थिति में 14 दिनों तक उस व्यक्ति की नियमित रूप से जांच करनी है। 14 दिनों तक यदि स्थिति सामान्य रहे तो उसे सेल्फ रिपोर्टिंग हेतु अगले 14 दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा। इस दौरान किसी भी प्रकार के लक्षण होने पर टोल फ्री नंबर 1950 पर टीम द्वारा सूचना दी जाएगी। फ्लाइंग स्क्वायड टीम आवश्यकतानुसार संबंधित अंचल अधिकारी से सहायता प्राप्त करेगी।
प्रत्येक ग्राम पंचायत में आंगनबाड़ी सेविका/ सहिया 15 दिनों के अंदर दूसरे देश/ राज्य से आए हुए व्यक्तियों की सूचना एएनएम को देंगी। एएनएम इस सूचना को अपने बीडीओ एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को देंगी। बीडीओ, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आवश्यक कार्रवाई करते हुए जिला नियंत्रण कक्ष को किए गए कार्रवाई की सूचना देंगे। शहर अंचल फ्लाइंग स्क्वायड टीम का मुख्यालय एसडीए मिशन हॉस्पिटल बरियातू, बड़गाई अंचल का सदर हॉस्पिटल रांची, हेहल अंचल का सीएचसी डोरंडा तथा अरगोड़ा अंचल का रांची नगर निगम हॉस्पिटल रातू रोड चौराहा निर्धारित किया गया है।
यह भी पढ़ेंः भारत के प्रगतिशील बुद्धिजीवियों ने राष्ट्रवाद को कमजोर किया