पटना। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज बांका जिले के कटोरिया अंचल स्थित चांदन जलाशय परियोजना की संरचना का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जलाशय की स्थिति का बारीकी से मुआयना किया और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने चांदन जलाशय परिसर में वृक्षारोपण भी किया।
इसके पष्चात जलाशय से कुछ दूरी पर बने कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री के समक्ष जल संसाधन विभाग द्वारा चांदन जलाशय परियोजना के बारे में संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण दिया गया। इसमें चांदन जलाशय की ऐतिहासिक, भौगोलिक एवं वर्तमान संरचना के साथ-साथ उसके क्षेत्रफल, जल की स्थिति, गाद की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया गया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि गाद के उड़ाही कार्य के लिए विशेषज्ञों की एक टीम भी लाइये, जिसमें एन0आई0टी0 पटना के विशेषज्ञ, जल संसाधन विभाग के इंजीनियर भी रहें। इन सब चीजों के लिए पहले सर्वेक्षण करवा लीजिए। सील्ट का भी सदुपयोग हो, उसकी भी व्यवस्था करने की जरुरत है। इस डैम की सिंचाई व्यवस्था को फिर से बहाल करने की जरुरत है।
बांका के जिलाधिकारी श्री कुंदन कुमार ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए “उन्नयन बांका” का मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया। इसमें शिक्षा की विस्तार दक्षता, रोजगारपरकता के बारे में किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी गयी। ‘मेरा विद्यालय’ एप्प के बारे में बताया गया, जिसमें देश के किसी कोने से कहीं से पढ़ाई की जा सकती है। जिलाधिकारी ने बांका में शिक्षा के क्षेत्र में अब तक जो प्रगति हुई है, उसकी भी जानकारी मुख्यमंत्री को दी। मुख्यमंत्री ने इसकी प्रशंसा करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग से संपर्क कर इसको बिहार में कैसे कार्यान्वित किया जाए, इस पर काम करने की जरुरत है।
पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां हमलोग डैम निरीक्षण के लिए आए थे, इसकी सिंचाई क्षमता के बारे में जानकारी मिली। सिंचाई सुविधा को फिर से री-स्टोर करने के लिए क्या कुछ करना चाहिए, इसके लिए सिंचाई विभाग काम कर रहा है। यहां टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम आएगी, जिसमें एन0आई0टी0 के लोग भी रहेंगे। इसमें जल संसाधन विभाग के इंजीनियर एवं भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर भी रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस डैम की गाद की उड़ाही हो जाए और उसके सील्ट का कैसे सदुपयोग हो, उस पर भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि बांका के जिलाधिकारी ने शिक्षा के क्षेत्र में अब तक हुयी प्रगति को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया। शिक्षा विभाग इसका आकलन कर यह देख रहा है कि पूरे बिहार में इसे किस प्रकार से लागू किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने उद्यमिता के लिए 100 घंटे की ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले छह लोगों को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया। मुख्यमंत्री को दहेज प्रथा एवं बाल विवाह उन्मूलन हेतु इस ऐतिहासिक कदम के लिए “बढ़ती बेटियां, बढ़ता बिहार” नाम की एक पेंटिंग जल संसाधन मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के द्वारा भेंट की गई।
इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री श्री राम नारायण मंडल, विधायकगण, जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के विषेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, बाॅका के जिलाधिकारी श्री कुंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री चंदन कुमार कुशवाहा, जल संसाधन विभाग के पदाधिकारीगण, अन्य पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। इसके पष्चात मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने सुखनिया वीयर पुनर्निर्माण कार्यस्थल का भी निरीक्षण किया।