चित्तरंजन। चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना (चिरेका) के खाते में एक नयी उपलब्धि आज जुड़ गयी। चिरेका ने प्रथम एयरोडायनामिक डिज़ाइन युक्त उच्च गति संपन्न 200 कि.मी. प्रति घंटा की रफ़्तार की क्षमता वाला डब्ल्यू ए.पी- 5 यात्री वाही विद्युत् रेल इंजन (संख्या 30164) का निर्माण कर प्रेषण किया। यह रेल इंजन नवीनतम विद्युत् कर्षण प्रौद्योगिकी से लैस है, जिसे एयरोडायनामिक एवं एर्गोनॉमिकल (क्षैतिज) डिज़ाइन अनुसार निर्माण किया गया है।
इस रेलइंजन में नए एयरोडायनामिक डिज़ाइन की वजह से हवा के प्रतिरोध को कम करने एवं उच्च गति पर स्थिरता में वृद्धि की क्षमता होगी। यह एर्गोनॉमिकल (क्षैतिज) डिज़ाइन में संशोधन कर लोको पायलट के कौशल विकास में सहायता प्रदान करेगी। इसके आलावा, गियर पुर्जों में संशोधन कर इसे अधिकतम 200 कि.मी. प्रति घंटा की गति क्षमता का बनाया गया है। इस रेल इंजन का उपयोग भारतीय रेल में प्रतिष्ठित रेलगाड़ियों जैसे- राजधानी एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस एवं शताब्दी एक्सप्रेस चलाने किया जा सकेगा।
इस रेलइंजन में ऑनबोर्ड ड्राइविंग डेटा रिकॉर्डिंग और विश्लेषण के लिए क्रू वॉयस और वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम (सीवीवीआरएस) लगाया गया है। यह सुरक्षा को बढ़ाएगा और रेल इंजन चालकों और चालक दल के ड्राइविंग कौशल में सुधार करने में मदद करेगा। रेल इंजन के अंदर और बाहर महत्वपूर्ण स्थानों में माइक्रोफ़ोन सहित कैमरे लगाये गए हैं, जिसमें डिजिटल प्रारूप में डेटा संग्रहित करने के साथ पोस्ट इवेंट विश्लेषण के लिए आवाज और ऑडियो सिग्नल रिकॉर्ड की जा सकेगी।
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