जेडीयू किसी भी सूरत में लोजपा को तवज्जो देने के मूड में नही

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JDU (जेडीयू) के लिए BJP (बीजेपी) की स्ट्रेटडजी को समझना आसान नहीं है। NDA की कल हुई बैठक में LJP नेता चिराग पासवान को न्यौता से यह साफ है।
JDU (जेडीयू) के लिए BJP (बीजेपी) की स्ट्रेटडजी को समझना आसान नहीं है। NDA की कल हुई बैठक में LJP नेता चिराग पासवान को न्यौता से यह साफ है।
  • संजय वर्मा

पटना। जेडीयू किसी भी सूरत में लोजपा को तवज्जो देने के मूड में नही है। जेडीयू के अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार लोजपा से खार खाये बैठे हैं। जेडीयू की दिलचस्पी तनिक भी लोजपा में नहीं है, चाहे वह एनडीए में रहे या बाहर हो जाये। इसकी झलक मनोनीत किये जाने वाले विधान परिषद सदस्यों को लेकर दिखी। कैबिनेट की आज हुई बैठक में यह प्रस्ताव विचार के लिए इसलिए नहीं आया कि बीजेपी लोजपा को एक सीट देना चाहती है, जबकि नीतीश इसके पक्ष में कत्तई नहीं हैं।

जेडीयू की समझ साफ है कि बीजेपी के साथ जेडीयू का पुराना गठबंधन है। 2015 में लोजपा को भाजपा ने अपने साथ मिलाकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। इधर लोजपा भी कहती रही है कि उसका गठबंधन भाजपा से है, न कि जेडीयू से। तो फिर जदयू को उससे क्या लेना-देना।

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विधानसभा चुनाव में जेडीयू अकेले 115 से 120 सीट पर लड़ने के लिये लगभग कमर कस चुका है। बीजेपी के लिये 100 से 105 सीट और लोजपा के लिये 23 सीट छोड़ने का फार्मूला जेडीयू ने बनाया है। इस बीच लोजपा अध्यक्ष विधानसभा की 43 सीट और विधान परिषद में एक सीट की मांग लगातार कर रहे हैं। इस पर जेडीयू ने कड़ा रुख अपना लिया है। जेडीयू ने बीजेपी को स्पष्ट कर दिया है कि लोजपा को कैसे संतुष्ट करना है, यह बीजेपी जाने। विधान परिषद में जेडीयू एक भी सीट लोजपा को नहीं देगा।

राज्यपाल कोटे से विधान परिषद के लिए 12 सीटों के मनोनयन सम्बन्धी निर्णय कैबिनेट में आज इसी वजह से नही आ सका। सूत्रों के मुताबिक नीतीश ने अपनी 7 सीटों में से लोजपा को 1 भी सीट देने से  साफ मना कर दिया। उनका कहना था कि लोजपा को हम नहीं जानते। वह बीजेपी की लाइबिलिटी है। बीजेपी चाहे  तो अपनी 4 सीट में से एक सीट उसे दे सकती है। पर भाजपा को इस पर एतराज है। इसी जिच के कारण  यह मामला लटक गया।

जानकारों की मानें तो नीतीश कुमार किसी भी सूरत में एनडीए में लोजपा को नहीं देखना चाहते हैं। लोकसभा चुनाव में नीतीश ने अपनी जिद से ही रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को निपटा दिया था। वही भाव लोजपा के प्रति भी उनका है। क्योंकि पिछले दिनों चिराग पासवान ने सरकार और खासकर नीतीश कुमार पर दर्जनों बार निजी हमले किये, जो नीतीश कुमार को नागवार लगा है। वे खफा इतने हैं कि चिराग और लोजपा को निपटा कर ही दम लेंगे, ऐसा जानकार बताते हैं।

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