पटना। जेडीयू की बिहार में ताकत विधानसभा चुनाव में भले नहीं बढ़ी, पर चुनाव बाद लगातार बढ़ गयी है। AIMIM के 5 विधायक भी जेडीयू के पाले में आ रहे हैं। 43 सीटों पर जीत हुई, पर इसके एमएलए अब 46 हो गये हैं। जैसे संकेत मिल रहे हैं, AIMIM के 5 विधायक भी जेडीयू के पाले में जा सकते हैं। आज इन विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। इसके बाद यह कयास लगाया जाने लगा है कि AIMIM के विधायक भी जल्दी ही जेडीयू का हिस्सा बन जाएंगे।
इससे पहले जेडीयू ने बीएसपी और एलजेपी के इकलौते विधायकों को तोड़ा है। एक निर्दलीय विधायक भी जेडीयू के साथ आ गये हैं। फिलहाल जेडीयू के पास विधायकों की संख्या 46 हो गयी है। इसमें AIMIM के 5 विधायकों को शामिल कर दें तो यह संख्या 51 हो जाएगी। कांग्रेस के विधायक भी नीतीश के निशाने पर हैं। लेकिन अभी इस बारे में कोई बात उभर कर सामने नहीं आयी है।
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दूसरी ओर बीजेपी ने भले ही यह कहा हो कि आरजेडी के कई विधायक उसके संपर्क में हैं, लेकिन अभी तक सिर्फ पूर्व विधायक-सांसद को ही बीजेपी ने अपने साथ जोड़ा है। बिहार बीजेपी के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कुछ दिनों पहले कहा था कि आरजेडी टूट सकती है। उसके कई विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। जेडीयू नेता ललन सिंह ने उसके बाद कहा कि भूपेंद्र यादव चाहें तो पूरे आरजेडी को अपने पाले में कर सकते हैं।
नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को पार्टी का अध्यक्ष बनाया। आरसीपी सिंह ने अपने कुछ ही दिनों के कार्यकाल में पार्टी को यह गिफ्ट दे दिया। दरअसल नीतीश कुमार कम सीटें मिलने से खुद को बेहद कमजोर महसूस कर रहे थे। शायद यही वजह है कि वे अपनी ताकत बढ़ाने के दूसरे नुस्खे पर काम कर रहे हैं।
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