- 645 पदों में से 83 प्रतिशत नियुक्तियां झारखंड के निवासियों की हैं
- 17 प्रतिशत बाहरी राज्यों के, लेकिन वे भी तीन पीढ़ियों से झारखण्डी
रांची। गरीब को थाना में सम्मान दें। गरीब, आदिवासी, दलित, शोषित, वंचित, पीड़ितों के कारण ही लोकतंत्र जिंदा है। ये हमारे लोकतंत्र का पांचवां स्तंभ हैं। ये सम्मान के हकदार हैं। उनके प्रति अच्छा व्यवहार रहना चाहिए। हमें झारखंड में ऐसी पुलिस बनानी है, जिसके बारे में देशभर में प्रसिद्धि हो कि यह सबसे व्यवहार कुशल पुलिस है। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहीं। वे झारखंड मंत्रालय में पुलिस अवर निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप दारोगा बने हैं लोगों की सेवा करने के लिए, रौब दिखाने के लिए नहीं। आजाद भारत में रौब का कोई स्थान नहीं है। क्षेत्र के लोगों के साथ संपर्क बनाकर रखना चाहिए। इससे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति भी बेहतर रहेगी।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि ईमानदारी की जिंदगी में सुकून है। आपने अपने जीवन में काफी कठिनाइयां झेली हैं। उसे न भूलें। ईश्वर ने सेवा का एक मौका दिया है। अधिकारी बनने के साथ ही अब *आपको जाति, धर्म, भाषा, प्रांत की भावना नहीं आनी चाहिए। यह आपका निजी जीवन का मामला ही रहे। सभी को न्याय दिलाना आपका दायित्व है। अपने कर्तव्य से अपनी ऐसी पहचान बनायें कि देश और समाज आपको सैल्यूट करे, आपका सम्मान करे।* भ्रष्टाचारी का सम्मान नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता के लिए अनुशासन जरूरी है। सुरक्षा सेवा में लगे अधिकारियों के लिए यह और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। आधुनिक जीवन में अपराध का रूप भी आधुनिक हो गया है। अब साइबर क्राइम बढ़ते जा रहे हैं। इस पर भी नियंत्रण के लिए प्रशिक्षण लें। आज के भौतिकतावादी युग में परिवार के परिवार आत्महत्या कर रहे हैं। कर्ज और तनाव के कारण ऐसा हो रहा है। पुलिस प्रशासन की जिम्मेवारी है कि वे समाज में जागरुकता फैलायें। इसके साथ ही राज्य में राष्ट्र विरोधी शक्तियां भी तरह-तरह के नाम से विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न कर रही हैं। इनके प्रति भी चौकस रहने की जरूरत है।
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श्री दास ने कहा कि 2014 से अब तक पुलिस विभाग में 11451 नियुक्तियां की जा चुकी हैं। इनमें पुलिस अवर निरीक्षक, परिचारी, वायरलेस ऑपरेटर, सहायक पुलिस, पुलिस उपाधीक्षक के पद शामिल हैं। आज 2645 पुलिस अवर निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गये हैं। 2645 पदों में से 83 प्रतिशत नियुक्तियां झारखंड के निवासियों की है। 17 प्रतिशत बाहरी राज्यों के हैं, लेकिन वे भी झारखंड में तीन पीढ़ियों से रह रहे हैं। इस प्रकार शत प्रतिशत नियुक्तियां झारखंड के लोगों की ही हुई है।
नवनियुक्त 2645 पुलिस अवर निरीक्षकों में 223 महिलाएं हैं। मुख्यमंत्री ने इन्हें नियुक्ति पत्र देते हुए कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में सबसे आगे हैं। देश का नाम रोशन कर रही हैं। राज्य में सत्ता संभालने के साथ ही हमारी सरकार ने नियुक्तियां पर ध्यान दिया है। आनेवाले समय में और नियुक्तियां की जायेंगी। इस अवसर पर प्रधान सचिव गृह विभाग श्री एस के जी रहाटे तथा पुलिस महानिदेशक श्री डी के पाण्डेय ने भी नव नियुक्त पुलिस अवर निरीक्षको को सम्बोधित किया।
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कार्यक्रम में गृह विभाग के प्रधान सचिव श्री एसकेजी रहाटे, पुलिस महानिदेशक श्री डीके पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, डीजी श्री नीरज सिन्हा, डीजी श्री पीआरके नायडू, एडीजी श्री अनिल पालटा, एडीजी श्री अनुराग गुप्ता, एडीजी श्री आर के मल्लिक, एडीजी श्री रेजी डुंगडुंग समेत पुलिस विभाग के वरीय पुलिस अधिकारी, नवनियुक्त अवर निरीक्षक, उनके अभिभावक समेत अन्य लोग उपस्थित थे।