दिल्ली। दिल्ली के बहुचर्चित निर्भया रेप कांड के चारों अभियुक्तों को फांसी देने के लिए जल्लाद को चौथी बार बुलावा गया है। वह मेरठ में रहता है। सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली पुलिस की टीम तिहाड़ जेल के अधिकारियों के साथ उसे लेने मेरठ पहुंची है। जल्लाद पवन मेरठ में ही रहता है। उसे कड़ी सुरक्षा में तिहाड़ जेल लाया जाएगा।
तिहाड़ जेल ने फांसी की सभी तैयारिया पूरी कर ली हैं। ऐन मौके पर कोई व्यवधान नहीं हुआ तो चारों गुनहगारों को 20 मार्च को फांसी के फंदे से लटका दिया जाएगा। अभी तक गुनहगार कोई न कोई कानूनी पेंच फंसा कर फांसी की तारीख टालने में कामयाब रहे हैं।
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जल्लाद पवन के लिए तिहाड़ जेल में ही विशेष बैरक नंबर 3 आवंटित किया गया है। वह बैरक में रहेगा, जहां से फांसी स्थल करीब ही है। पवन फांसी पर लटकाने के एवज में हर फांसी पर ₹20000 मिलेंगे। यानी चार फांसी के लिए उसे कम से कम 80 हजार रुपये दिये जाएंगे। जेल मैनुअल के मुताबिक अभी तक एक फांसी के लिए ₹3000 ही दिए जाते थे। पवन ने इसे नाकाफी बताया और अधिक पैसे की मांग की थी।
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जल्लाद पवन 2015 में भी तब चर्च में आया था, जब फांसी की रकम के लिए उसे एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस तक दौड़ लगाने की खबरें प्रकाश में आयी थीं। जल्लाद को मासिक वेतन नहीं मिलता है। उसे फांसी के एवज में ही भुगतान किया जाता है। गुनहगारों को फांसी पर लटकाने के लिए तिहाड़ जेल ने आठ मनीला रस्सों का इंतजाम किया है। इसमें एक रस्से का उपयोग ही फांसी के लिए होगा। बाकी रस्सों को सुरक्षित रखा जाएगा, ताकि एक रस्से के फेल होने पर दूसरे का इपयोग हो सके।
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