- डी.कृष्ण राव
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजनीति में अगले 48 घंटे में भूचाल आने के संकेत मिल रहे हैं। इससे ममता बनर्जी और उनके परिवार की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। कोयला और गौ तस्करी मामले में केंद्रीय जांच एजेंसियां बड़ी कार्रवाई की तैयारी में हैं। कल देर रात तक दिल्ली में सीबीआई और ईडी के अफसरों की मैराथन मीटिंग चली, जिसमें बंगाल से जुड़े इन धत्कर्मों पर कार्रवाई की योजना तैयार की गयी। सीबीआई ने हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के भतीजे की पत्नी रुजिरा बनर्जी और उनकी कथित साली मेनका गंभीर से पूछताछ की थी। उनसे पैन कार्ड और पांच साल के आईटी रिटर्न के कागजात मांगे गये हैं। इसके बावजूद सीबीआई संतुष्ट नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक रुजिरा और मेनका की नागरिकता जहां संदिग्ध है, वहीं उनके विदेशी खातों के बारे में जानकारी मिलने के बाद जांच एजेंसियों के कान खड़ हो गये हैं। बताया तो यह भई जाता है कि बैठक में दोबारा पूछताछ और गिरफ्तारी जैसी बड़ी कार्रवाई के लिए जांच एजेंसियों ने कोर्ट से परमिशन लेने और पारा मिविट्री फोर्स की टुड़ियों के साथ इस बार धमकने की योजना बनायी है। ऐसा इसलिए करने की जरूरत पड़ रही है कि पुलिस प्रमुख राजीव कुमार से पूछताछ के लिए जब सीबीआई की टीम पिछली बार गयी थी तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हंगामा खड़ा कर दिया था। वह राजीव के आवास के बाहर अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गयी थीं।
इस बार मामला ममता बनर्जी के घर से ही जुड़ा है। भारी सुरक्षा बंदोबस्त के साथ ही जांच एजेंसियां उनके आवास पर जाना चाहती हैं। दो बार की पूछताछ में जैसे रुजिरा और मेनका ने ना-नुकुर में जवाब दिया, उससे सीबीआई को कोई खास सुराग नहीं मिला। जबकि कोयला तस्करी के किंगपिन अनूप मांझी उर्फ लाला और गौ तस्करी के आरोपी विनय मिश्रा के तार ममता के घर से जुड़ रहे हैं, उससे बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है।
कोयला तस्करी का किंगपिन अनूप मांझी उर्फ लाला तथा गौ तस्करी के सरगना विनय मिश्र अभी फरार हैं। विनय मिश्र के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट सीबीआई दाखिल कर चुकी है, जबकि लाला की 68 संपत्ति कुर्क करने का आदेश हो चुका है। उनकी गिरफ्तारी के लिए लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया है।