पटना। केंद्र सरकार को पिछड़े-अतिपिछडे वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन ने कहा- “ देश की आबादी में सबसे बड़ी संख्या रखने वाले पिछड़े-अतिपिछडे वर्ग का कल्याण केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में शुमार है। यही वजह है कि वर्तमान सरकार ने इस समाज को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए जितने प्रयत्न किए हैं, उतना इस सरकार से पहले कभी नही हुआ।
आज समाज के उत्थान के लिए चल रही केंद्र की अधिकांश योजनाओं के केंद्र में पिछड़े-अतिपिछडे समाज के विकास का संकल्प साफ़ दिखाई देता है। मुद्रा बैंक योजना, उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना,स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण की योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना इत्यादि योजनायें देश के गरीब और पिछड़े समाज के कल्याण को ही केंद्र में रख कर बनाई गई है।
अकेले मुद्रा बैंक योजना के तहत बिहार में 1.09 करोड़ लाभार्थियों को 37 हजार करोड़ से अधिक रुपये लोन के तौर बांटे गए हैं, जिनमे पिछड़े-अतिपिछडे समाज की भागीदारी काफी ज्यादा है। इसी तरह उजाला योजना के तहत 1,79,53,000 एलइडी बल्ब वितरित किए गए हैं।
जनधन योजना की बात करें तो बिहार में तकरीबन 3.43 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक खाते खोले गए, वहीं स्वच्छ भारत अभियान के तहत 53 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया। लोग जानते हैं कि यह पिछड़ा-अतिपिछडा समाज ही है, जो पूर्व की सरकारों की उदासीनता से बिजली और शौचालयों जैसी मुलभुत सुविधाओं से वंचित था और जिसे आगे बढ़ाने की कोशिश केंद्र सरकार लगातार कर रही है।
केंद्र की यह कोशिश इस बार के बजट में भी दिखी, जिसमें केंद्र देश के सभी गरीब, पिछड़े-अतिपिछडे वर्ग और किसानों के लिए दो महत्वपूर्ण योजनायें लेकर आयी हैं। पहली ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत गरीबों की पांच लाख रुपये तक के स्वास्थ्य खर्चे का भार केंद्र की उठाने वाली, इससे देश के 10 करोड़ परिवारों अर्थात् लगभग 50 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचेगा। दूसरा उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल तक किसी सरकार ने किसानों को उसकी लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का निर्णय लेने का साहस नहीं दिखा पाई, यह वर्तमान सरकार ही है जिसने किसानों को उनकी उपज के लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का फैसला किया है। इन दोनों योजनाओं का बहुत सकारात्मक असर देश की गरीब जनता में दिखाई पड़ रहा है, ये योजनायें उनके जीवन-स्तर को ऊंचा उठाने में सहायक सिद्ध होगा।
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