पटना। पीएम मोदी की प्रेरणा से दुनिया के 172 देशों में योग दिवस मनाया जायेगा। मोदी के प्रयासों से योग को दुनिया में नयी पहचान मिली है। भाजपा के बिहार प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक राजीव रंजन ने कहा कि यह सर्वविदित है कि योग पूरे विश्व को भारत की एक अद्भुत और अनुपम भेंट थी, जिसका उद्देश्य केवल मानवता का कल्याण था। लेकिन समय के बहाव में यह विद्या गायब सी हो गयी थी। इस खोयी कला को फिर से दुनिया में सम्मान दिलाने का श्रेय सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है।
गौरतलब हो कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर ही संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को वैश्विक योग दिवस के तौर पर चिह्नित किया था और पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन 21 जून, 2015 में दिल्ली के राजपथ पर हुआ था। उसके बाद से ही दुनिया के अधिकतर देशों में योग दिवस एक पर्व की तरह मनाया जाता है। इस बार भी दुनिया के 172 देश एक साथ योग दिवस मनाने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस अब दुनियाभर में एक जन आंदोलन बन गया है। यहाँ तक कि कई देशों में यह सार्वजनिक जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। वैसे भी योग न सिर्फ मानव शरीर को रोगमुक्त करता है, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करता है। शरीर तरोताजा बना रहता है।
राजीव रंजन ने लोगों से योग दिवस में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि आज के तनावपूर्ण दौर में योग लोगों के बेहद जरूरी हो गया है। यह लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। योग किसी धर्म या जाति से जुड़ा नहीं है, इसे कोई भी कर सकता है। यहाँ तक कि जिसे किसी धर्म या जाति में आस्था न हो, वह भी योग कर सकता है। युवाओं को तो इसे जरूर करना चाहिए, क्योंकि योग से एकाग्रता बढ़ती है, काम-काज और पढाई में मन लगता है। योग तन, मन और दिमाग की शांति में अहम भूमिका निभाता है। इसलिए हर किसी को इसे अपने जीवन में अवश्य उतारना चाहिए।
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