पटना। पीएम मोदी सेवा की पराकाष्ठा पर हैं, जबकि राहुल गांधी झूठ के रसातल में डूबते जा रहे हैं। राहुल बार-बार झूठ बोल रहे हैं। यह कहना है सांसद सुशील कुमार मोदी का। बीजेपी इनदिनों राहुल गांधी पर लगातार हमलावर बनी हुई है।
सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने लाकडाउन की अवधि में 80 करोड़ गरीबों को 8 माह तक 40 किलो अनाज दिया। 39.18 करोड़ जनधन खाताधारक महिलाओं, उज्जवला योजना के लाभार्थियों, वृद्धों-दिव्यांगों और किसानों के खाते में सीधे 61 हजार 334 करोड़ की राशि डाली। कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी बतायें कि क्या इससे केवल चंद परिवारों को लाभ हुआ? प्रधानमंत्री परिश्रम और सेवा की पराकाष्ठा पर हैं, जबकि राहुल गांधी झूठ के रसातल में खडे़ हैं।
मोदी ने कहा कि राहुल गांधी को यदि अपने पिता राजीव गांधी के शासन काल में हुए असम समझौते का जरा भी ज्ञान होता, तो वे वहां जाकर नागरिकता कानून के विरुद्ध बयान न देते। असम की संस्कृति, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को विदेशी घुसपैठियों से होने वाले आघात से बचाने के लिए वहां नागरिकता कानून सबसे पहले लागू करना जरूरी है। मालूम हो कि राहुल गांधी ने असम दौरे में यह घोषणा की है कि कांग्रेस की सरकार बनी तो नागरिकता कानून लागू नहीं किया जाएगा। हालांकि उन्होंने असम समझौते को लागू करने का वादा किया है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को लगता है कि नागरिकता कानून, कृषि कानून और अर्थव्यवस्था जैसे गंभीर विषयों पर भी लगातार झूठ बोल कर वे सच को दबा सकते हैं। वे नहीं बता पाये कि नागरिकता कानून से भारत के किसी नागरिक का क्या अहित होगा और कृषि कानून में “काला” क्या है? जो कांग्रेस आपातकाल से लेकर 2014 तक, जब भी राज करने का मौका मिला, केवल मां-बेटे की सरकार चलाती रही, वह पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर ओछी टिप्पणी कर केवल अपनी हताशा जाहिर कर रही है।
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