पटना। बिहार के एक राजस्व कर्मचारी की मनमानी से तबाह हैं उसके इलाके के लोग। उक्त राजस्व कर्मचारी मुंगेर जिले के जमालपुर अंचल में पदस्थापित है। राजस्व कर्मचारी रविशंकर सिन्हा दोनों हाथों से लोगों को लूट रहे हैं। उनके खिलाफ इस आशय की शिकायत भी ऊपरी स्तर पर की गयी है। उक्त कर्मचारी ने अपने दलाल छोड़ रखे हैं। कर्मचारी और दलाल दोनों मिलकर आम रैयतो का खुलेआम आर्थिक शोषण कर रहे हैं।
दाखिल-खारिज हो या एलपीसी, बिना पैसे लिए इनकी कलम ही नहीं चलती। आरोप है कि इनके द्वारा हल्का राजस्व कचहरी को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाया गया है। कुछ दिनों पहले राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के माननीय मंत्री महोदय ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि अंचल कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा है। आज जमालपुर अंचल अंतर्गत यह देखने को भी स्पष्ट रूप से मिल रहा है।
अवैध वसूली के लिए इनके द्वारा रखे गए दलाल भी खुलकर इनका साथ देकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग और बिहार सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। दाखिल-खारिज में अगर पैसा दिया जाता है तो उनका सारा कागजात सही हो जाता है और पैसा नहीं मिलने पर बहुत सारी त्रुटियां इनके द्वारा निकाली जाती हैं।
राजस्व कर्मचारी के पास आम नागरिकों से पैसा उगाही करने का एक से बढ़कर एक तरीका है। वह कटिहार जिला के रहने वाले हैं। पूर्व में वह संग्रामपुर अंचल में पदस्थापित थे। आज की तिथि में जमालपुर अंचल के हल्का नंबर नगर परिषद भाग 2 वगैरह का प्रभार इनको कार्यालय के द्वारा दिया गया है, ताकि सुचारू रूप से कार्य का निर्वहन हो सके। बिना पैसा लिए दाखिल खारिज में इनके द्वारा स-समय प्रतिवेदन नहीं किया जाता। एक पीड़ित ने यह भी कहा कि ऐसे भ्रष्ट राजस्व कर्मचारी के विरुद्ध मैं राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग पटना को भी आवेदन समर्पित करूंगा, ताकि विभाग के द्वारा जनहित में स्वच्छ जांच हो सके और ऐसे भ्रष्ट राजस्व कर्मचारी पर विभागीय कार्रवाई करते हुए इन पर प्राथमिकी दर्ज हो सके, ताकि भविष्य में अन्य कर्मी इस प्रकार का अपराध ना करें।
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