बिहार के नवादा में 4 और कटिहार में 2 लोगों की डूबने से मौत

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नवादा में इसी खदान पांड में डूबने से 4 की मौत हो गयी
नवादा में इसी खदान पांड में डूबने से 4 की मौत हो गयी

पटना। बिहार में अलग-अलग घटनाओं में 6 लोगों की डूबने से मौत हो गयी। शनिवार को बिहार के नवादा में 4 और कटिहार में 2 की डूबने से मौत हुई। कटिहार जिले के बारसोई प्रखंड के कंदेला पोटोल पंचायत में गड्ढा में डूबने से 2 लड़कियों की मौत हो गई। इनमें मो. साजिद की एक साल की बेटी आशिया खातून तथा गंगा शर्मा की 13 वर्षीय पुत्री बबीना कुमारी शामिल हैं।

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नवादा में पत्थर खदान में डूबने से 4  किशोरों की मौत

नवादा जिले के अकबरपुर थाने गोविन्दपुर थाना क्षेत्र के पचरूखी गांव के 4 किशोर गोबिन्दपुर थाने के खखंदुआ पत्थर खदान में शनिवार की दोपहर स्नान करने गये थे। इसी दौरान डूबने से उनकी मौत हो गई। नहाने गए 5  में से चार किशोरों की खदान में बने तालाब में डूबने से मौत हो गई, जबकि एक युवक ने वहां से किसी तरह अपनी जान बचाई।

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बताया जाता हैं पचरुखी गांव के मुस्लिम टोला के मो. सादिक, मो. अरबाज, मो. गुलफाम, मो. अमजद और मो. साहेब  बंद पड़े खखंदुआ पत्थर खदान में स्नान करने के लिए पहुंचे। एक-एक कर चार युवक  तालाब में स्नान करने के लिए उतरे, लेकिन एक युवक मो. साहेब अपने दोस्तों को ऊपर नहीं आते देख वह वहां से भाग कर अकबरपुर पीएचसी पहुंचा और इसकी सूचना लोगों को दी। तब कर्मियों ने इसकी सूचना अकबरपुर बीडीओ को दी।

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बीडीओ और थानाध्यक्ष सूचना मिलते ही पहुंचे और किशोर को अपने साथ दुबारा उसी स्थान पर ले गये। इधर डूबने की खबर सुनते ही युवकों के घर पचरुखी में  परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सभी मरनेवालों की उम्र 14 से 16 वर्ष के बीच थी।

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हत्या के बाद फूटा आक्रोश, भारी बबाल, NH31 किया जाम

पटना जिले के बाढ़ स्थित एनटीपीसी थाना अंतर्गत गुरुवार की संध्या नवादा गांव निवासी 50 वर्षीय धरमवीर प्रसाद को अपराधियों ने गोली मार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था। उसे आनन-फानन में बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया था।  3 दिन जिंदगी-मौत से जूझने के बाद आखिरकार धर्मवीर की मौत हो गई।

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धर्मवीर की मौत की सूचना पाकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और लाश आने से पहले ही एनएच- 31 को नवादा गेट के पास जाम कर हंगामा करने लगे।  भारी संख्या में इकट्ठा ग्रामीणों ने लाश आते ही एनएच को जाम कर हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने तरह-तरह के आरोप भी लगाये। जितने मुंह, उतनी बातें की जाने लगीं। ग्रामीणों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि पूरे गांव में शराब की बिक्री कराई जाती है, जिसे पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। वहीं दूसरी तरफ 3 दिन गुजर जाने के बावजूद पुलिस द्वारा अब तक किसी की गिरफ्तारी न होने पर भी ग्रामीण आक्रोशित थे। लोगों ने एनटीपीसी थाना मुर्दाबाद का भी नारा लगाया। वहीं दूसरी तरफ महिलाओं में इतना आक्रोश देखा गया कि वे पुलिस के सामने भीड़ में चप्पल और डंडे दिखाती नजर आईं। क्रंदन करती महिलाएं आरोप लगा रही थीं कि  पुलिस अपराधियों के साथ मिली हुई है और जब मौत की खबर आयी तो जाम हटाने के लिए घटनास्थल पर पहुंची है। इस दौरान पुलिस को बहुत विरोध का सामना करना पड़ा।

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