पटना/ नयी दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केरल में बाढ़ के हालात पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने वहां के मुख्यमंत्री को एक चिट्ठी भेज कर आपदा की इस घड़ी में बिहार की ओर से हरसंभव सहयोग 10 करोड़ रुपये की मदद की है। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने केरल में आई भीषण बाढ़ पर चिंता जाहिर करते हुए बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए झारखण्ड सरकार की ओर से केरल सरकार को 5 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दिए जाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि केरल में आई इस विपदा की इस घड़ी में झारखण्ड की सवा तीन करोड़ जनता केरल के लोगों के साथ खड़ी है।उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में बाढ़ की विभीषिका की समीक्षा की और तत्काल 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया है कि मोदी ने सभी मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से भी देने की घोषणा की है। पीएम कार्यालय के बयान में कहा गया है, ‘ प्रधानमंत्री ने राज्य को 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। यह राशि 12 अगस्त को गृह मंत्रालय द्वारा 100 करोड़ रुपये की देने की घोषणा से अलग है।’ कोच्चि में एक उच्चस्तरीय बैठक की समीक्षा के बाद प्रधानमंत्री ने बाढ़ से प्रभावित कुछ क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया।
बाढ़ की तबाही से जुझ रहे अलुवा-त्रिशुर क्षेत्र के हवाई सर्वेक्षण के दौरान प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल पी सदाशिवम, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, केंद्रीय मंत्री के जे अल्फोंस और अन्य अधिकारी मौजूद थे। बाढ़ की वजह से हुई जान-माल की क्षति पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालना हमारी प्राथमिकता है।
इसके बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ट्वीट किया है कि प्रधानमंत्री ने तत्काल राहत के लिए 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक राज्य को इस बाढ़ की वजह से 19,512 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है। प्रभावित इलाकों से बाढ़ का पानी घटने के बाद ही वास्तविक क्षति का अनुमान लगाया जा सकता है। राज्य सरकार ने तत्काल सहायता के लिए 2,000 करोड़ रुपये की मांग की है।’
यह भी पढ़ेंः बिहार-झारखंड में सात दिनों का राजकीय शोक, शुक्रवार को अवकाश
भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि अगस्त तक वास्तविक बारिश 619.5 एमएम हुई थी, जिसे सामान्य तौर पर 244.1 एमएम होना चाहिए था। बारिश की तीव्रता अब कम हो गई है। वहां अब बहुत तेज बारिश नहीं होगी, लेकिन तेज बारिश दो दिन तक जारी रहेगी। मौसम की रिपोर्ट के मुताबिक तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलप्पुझा, पथनमथिट्टा, कोट्टयम, इडुक्की और एर्नाकुलम जिले में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ ही भारी बारिश की आशंका जताई गई है। राज्य आपदा प्रबंधन के नियंत्रण कक्ष से मिली सूचना के मुताबिक आठ अगस्त से अब तक 194 लोगों की जानें जा चुकी है और 36 लोग लापता हैं। राज्य इस समय पिछले 100 साल में आए सबसे ज्यादा भयानक बाढ़ का सामना कर रहा है। यहां 80 बांधों को खोला गया है और सभी नदियों में बाढ़ जैसी है।
मदद को बढ़े हाथ
- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने केरल को 10 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है।
- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केरल को 10 करोड़ रुपए की राशि देने का ऐलान किया है।
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 2 करोड़ रुपए दान किए हैं और साथ ही केरल में बैंक द्वारा दी जाने वाली सेवाओं पर फीस और शुल्कों से छूट की घोषणा की है।
- केरल बाढ़ को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जताई चिंता।
- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने केरल को 10-10 करोड़ रुपये की मदद देने का ऐलान किया।
- तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर भी 25 करोड़ रुपयों की मदद का ऐलान कर चुके हैं।