बिहार-झारखंड में सात दिनों का राजकीय शोक, शुक्रवार को अवकाश

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पटना/रांची। केंद्र सरकार का अनुसरण करते हुए बिहार और झारखंड सरकार ने भी सात दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की है। साथ ही शुक्रवार 17 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी के निधन पर दुख और गहरी संवेदना  प्रकट की है। श्री दास ने कहा कि आदरणीय श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के देहांत से मन बेहद विचलित है। आज मैंने अपने पिता समान गुरु को खो दिया है। उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। झारखण्ड के जनक अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन से आज पूरा देश शोक में डूब गया है।

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भारतीय राजनीति में अटल जी का योगदान अविस्मरणीय रहेगा। ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। अटल जी का सामाजिक जीवन अनंत काल तक आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा। उनके जाने से भारत की राजनीति में जो शून्यता आई है उसे भर पाना असंभव होगा।

झारखंड सरकार ने अटल जी के निधन पर घोषणा की है कि राज्य में 7 दिनों का 16 अगस्त से 22 अगस्त तक राजकीय शोक रहेगा। साथ ही, 17 अगस्त 2018, शुक्रवार को राजकीय अवकाश रहेगा।

बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के रूप में देश ने सबसे बड़े राजनीतिक शख्सियत के साथ ही प्रखर वक्ता, कवि, लेखक, चिंतक, विचारक और करिश्माई व्यक्तित्व को खो दिया है। अटल बिहारी वाजपेयी ने उच्च राजनीतिक मूल्यों एवं आदर्शों की बदौलत सार्वजनिक जीवन में उच्चस्थ शिखर को प्राप्त किया। उन्होंने अपने व्यक्तित्व की बदौलत राजनीतिक सीमाओं के परे सभी विचारधारा की राजनीतिक दलों का आदर एवं सम्मान प्राप्त किया। अटल जी में सभी विचारधारा के लोगों को साथ लेकर चलने की अद्भूत क्षमता थी। उन्होंने अपने जीवन में लोकतांत्रिक मूल्यों को सर्वोपरि रखा।

उनके नेतृत्व में देश का चहँमुखी विकास हुआ तथा विश्व पटल पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में अपनी छवि स्थपित की। उन्होंने हमेशा साम्प्रदायिक सौहार्द एवं सामाजिक सद्भाव के मूल्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।

मुख्यमंत्री ने अटल जी के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा है कि उन्हें सदैव अटल जी का स्नेह एवं मार्गदर्शन प्राप्त होता रहा तथा उनसे सार्वजनिक जीवन में काफी कुछ सीखने को मिला। उन्होंने कहा कि अटल जी के निधन से उन्होंने अपना अभिभावक खो दिया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा सभी को इस दुःख की घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

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