पटना। बिहार में बिल लेकर डिजिटल पेमेंट करने वाले ग्राहकों को लक्की ड्रा के जरिये करोड़ों का इनाम मिलेगा। GST कौंसिल ने यह निर्णय लिया है। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया कि विगत शनिवार को जीएसटी कौंसिल की बैठक में निर्णय लिया गया कि बिल लेकर रूपे कार्ड व यूपीआई से डिजिटल पेमेंट कर खरीदारी करने वाले ग्राहकों को प्रोत्साहित करने के लिए लकी ड्रा के जरिए 1 करोड़ से लेकर 5 हजार तक के इनाम दिए जायेंगे। इसमें 100 से लेकर 10 हजार तक की खरीदारी को शामिल किया जायेगा तथा प्रत्येक महीने लकी ड्रा निकाले जायेंगे।
श्री मोदी ने बताया कि प्रत्येक लकी ड्रा में एक करोड़ का बम्पर प्राइज, 100 ग्राहकों को 1-1 लाख व 5 हजार को 5-5 हजार के पुरस्कार दिए जायेंगे। पुरस्कार की राशि ग्राहक व दुकानदारों में 3: 1 के अनुपात में बांटे जायेंगे। बम्पर प्राइज पाने वाले ग्राहकों व दुकानदारों को सार्वजनिक समारोह का पुरस्कार राशि दी जायेगी। ग्राहकों को एसएमएस और ई-मेल के जरिए पुरस्कार पाने की जानकारी दी जायेगी। इस पर सालाना 54 करोड़ रुपये खर्च आयेंगे जिसे केन्द्र व राज्य सरकार आधा-आधा वहन करेंगी।
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सधरणतया खुदरा भुगतान में ग्राहक टैक्स भुगतान से बचने के लिए दुकानदार से बिल की मांग नहीं करते हैं वहीं दूसरी ओर दुकानदार भी ग्राहकों को समझाते हैं कि बिल लेने पर आपको कर देना पड़ेगा। इसीलिए करवंचना को रोकने व ग्राहकों को डिजिटल पेमेंट करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु ही लकी ड्रा की योजना की शुरूआत की जा रही है।
सुशील मोदी के ट्वीट
- बिहार सरकार ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए व्यापक प्रबंध किये हैं और यह भी ध्यान रखा है कि डर का माहौल न बने
- पीड़ितों का इलाज मुफ्त होगा और मृत्यु होने पर आश्रितों को 4 लाख रुपये मुआवजा मिलेगा
- भारत-नेपाल खुली सीमा पर 49 स्थानों पर कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है।
- जो लोग चमकी बुखार के समय जनता के बीच से गायब थे और जिन्हें आपदा प्रबंधन का कोई अनुभव नहीं, वे केवल बयानबाजी कर रहे हैं।
- लालू प्रसाद ने गरीब का नाम लेकर गरीबों को ही सबसे ज्यादा धोखा दिया। उनके राज में गरीब के बच्चों के लिए पढाई-लिखाई-दवाई का इंतजाम नहीं हुआ, लेकिन गरीब बस्ती के कुछ बच्चों को नहलाने का काम महिला डीएम को सौंपने जैसे तमाशे जरूर हुए। आज उनकी पार्टी लोकतंत्र बचाने का नाटक करती है, लेकिन सीएम-उम्मीदवार का फैसला बिना चर्चा किये अपने सहयोगी दलों पर थोपती है। राजद को न गरीबों से मतलब है, न लोकतंत्र से कोई वास्ता।
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