बिहार में पहली बार साइलोज में होगा गेहूं और चावल का भंडारण

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कैंसर के इलाज के लिए मुजफ्फरपुर में 100 बेड का अस्पताल बनेगा। केंद्र सरकार ने अस्पताल बनाने की  मंजूरी जमीन मिलने पर पहले ही दे दी है।
कैंसर के इलाज के लिए मुजफ्फरपुर में 100 बेड का अस्पताल बनेगा। केंद्र सरकार ने अस्पताल बनाने की  मंजूरी जमीन मिलने पर पहले ही दे दी है।
  • देश में पहली बार कैमूर व बक्सर में 65.28 करोड़ की लागत से साइलोज का निर्माण
  • राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी के सवाल पर सरकार ने जवाब में दी जानकारी

पटना। बिहार में पहली बार साइलोज में गेहूं और चावल का भंडारण होगा। बिहार के कैमूर और बक्सर में साइलोज (Silos) का निर्माण कराया जा रहा है। देश में पहली बार इनका निर्माण कराया जा रहा है। इस पर 65.28 करोड़ रुपये लागत आएगी। राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी के सवाल पर सरकार ने जवाब में यह जानकारी दी।

राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी के सवाल के जवाब में उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भंडारण में खाद्यान्नों की बर्बादी को रोकने के लिए देश में पहली बार पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बिहार के कैमूर के मोहनियां और बक्सर के इटाढ़ी में सार्वजनिक-निजी भागीदारी पद्धति (PPP Mode) में एक लाख टन क्षमता के साइलोज  की स्थापना  65.28 करोड़ की लागत से की जा रही है।

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उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्थान पर 50 हजार टन क्षमता के साइलोज का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें गेहूं के लिए 37,500 टन और चावल के लिए 12,500 टन क्षमता शामिल है। गेहूं के भंडारण के लिए साइलोज का इस्तेमाल देश में पहले से हो रहा है, मगर चावल के लिए पहली बार कैमूर और बक्सर में साइलोज का निर्माण किया जा रहा है। अगर यह प्रयोग सफल रहा तो पूरे देश में 15.10 लाख टन क्षमता के साइलोज का निर्माण कराया जायेगा। साइलोज की अनुमानित लागत 65.28 करोड़ है। भारतीय खाद्य निगम द्वारा 2019-20 में भूमि की लागत मद में प्रति इकाई 19.14 करोड़ खर्च का अधिग्रहण कर लिया गया है तथा सिविल निर्माण कार्य चल रहा है।

क्या है साइलोज (Silos)

जूट के बोरे में अनाजों को भर कर गोदामों में रखने से चूहे और कीड़े आदि से बर्बादी होती है, जबकि साइलोज भंडारण के लिए सुरक्षित है। यह स्टील का बड़ा भंडारण टैंक होता है। थाईलैंड, फिलिपिन्स, बांग्लादेश आदि में साइलोज में ही चावल का भंडारण किया जाता है।

तेजस्वी पर मोदी का तंज

सुशील कुमार मोदी ने अपने ट्वीट में तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि मॉल घोटाले में जो खुद जमानत पर हैं, वे मंत्रियों पर कीचड़ उछाल रहे हैं। विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव जो खुद 1000 करोड़ के मॉल के मामले में अभियुक्त हैं और जमानत पर  हैं, वे किस मुंह से बिहार के मंत्रियों पर आरोप लगा रहे हैं? तेजस्वी यादव और उनकी मां राबड़ी देवी सहित परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ जांच एजेंसियां आरोपपत्र दायर कर उनकी दो दर्जन से ज्यादा सम्पत्ति जब्त कर चुकी हैं। कोरोना के कारण यदि कानूनी प्रकिया में बाधा न पड़ती, तो तेजस्वी यादव सदन में नहीं, पिता की तरह जेल में हो सकते थे। राजद की सारी आक्रामकता अपने अपराध को छिपाने के लिए है।

मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद लगभग ढाई दशक से जिस दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जिन्हें चारा घोटाला में सजायाफ्ता होने के बाद भी नहीं हटना पड़ा और जिनके रहते किसी दूसरे के उस दल के शीर्ष पद पर होने की सम्भावना भी नहीं है, उस दल के लोग भी लोकतंत्र पर ज्ञान दे रहे हैं। यह वही दल है, जिसने लोहिया के गैरकांग्रेसवाद को रद्दी की टोकरी में डालकर कांग्रेस से गठबंधन कर सरकार चलायी। राजद ने जेपी के पवित्र आंदोलन से निकली राजनीति को गंदे नाले में बदल कर बिहार को शर्मसार किया।

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