खास बातें
- 15 को स्टार्टअप प्रोटोटाइप के तहत मिला 93 लाख रुपये का ग्रांट
- 6 विधाओं पर देशभर के 410 प्रतिभागियों ने लिया भाग, 6 पुरस्कृत
- मुख्यमंत्री ने 24 प्रतिभागियों को 21-21 हजार रुपये देने की घोषणा की
- BIT सिंदरी, ISM धनबाद, सेंट्रल यूनिवर्सिटी के साथ ABVIL का MOU*
रांची। भारत युवाओं का देश, युवा हमारे अमूल्य मानव संसाधन हैं। तकनीक, ज्ञान और विज्ञान के उपयोग से दुनिया में बदलाव देखने को मिल रहा है। हमें भी इसका भरपूर उपयोग कर नया इंडिया और न्यू झारखंड का निर्माण करना है। हमें मिल कर कुछ अलग करना है, क्योंकि 21वीं सदी ज्ञान की सदी है और हम ऐसा करें कि विश्व 21वीं सदी को भारतीय सदी के रूप में जाने। आज के दौर में दुनिया भर में भारत की प्रतिभा बिखरी हुई है। हममें क्षमता है कि हम दुनिया को नई दिशा दे सकते हैं। ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने होटल बीएनआर चाणक्य में आयोजित झारखंड स्टार्टअप हैकाथन-2019 के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टार्टअप के लिए और युवाओं की सोच को आकार देने हेतु राज्य सरकार स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। यह सरकार की प्राथमिकताओं में है। यही वजह रही कि 2016 में स्टार्टअप पॉलिसी लागू की गई। युवाओं के नये विचार से उद्यमशीलता की जाना और रोजगार सृजन करना सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री ने डिग्री लेकर घूम रहे युवाओं को एक दिशा देने के लिए स्टार्टअप पॉलिसी 2015 लागू की, ताकि युवा अपने नए आइडिया से दुनिया को चौंका दें। 2015 से पूर्व अगर इस दिशा में कार्य होते तो आज भारत की स्थिति कुछ और होती। लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल ने कहा कि राज्य सरकार ने स्टार्टअप पॉलिसी बनाई, ताकि युवा अपनी सोच को मूर्तरूप दे सकें। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में झारखंड में स्टार्टअप के लिए सर्वश्रेष्ठ इकोसिस्टम के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। स्टार्टअप पॉलिसी के तहत युवाओं को उनके नए आइडिया को आकार देने हेतु प्रोत्साहित किया जाता है। उनके द्वारा शिक्षा के लिए गए लोन का इंटरेस्ट सरकार वहन करती है। पॉलिसी में ऐसे प्रावधान रखे गए, जिससे युवाओं को उनके नए आइडिया पर कार्य करने में परेशानी ना हो। इस तरह का आयोजन हर वर्ष हो और बच्चे, युवा और समाज को कुछ अलग करने का मौका मिले एवं वे अपने हुनर को मुकाम दे सकें।
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इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने झारखंड स्टार्टअप हैकाथन-2019 में बच्चों और युवाओं द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी को देखा। श्री दास ने इनके द्वारा बनाये गए उत्पाद की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, सचिव आईटी श्री विनय कुमार चौबे, सचिव उद्योग श्री के रवि कुमार, निदेशक आईटी श्री उमेश प्रसाद शाह व अन्य उपस्थित थे।
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