- डी. कृष्ण राव
कोलकाता। ममता बनर्जी को क्या हार का डर सता रहा है। दूसरे चरण की वोटिंग से एक दिन पहले ममता ने 15 विपक्षी पार्टियों को पत्र लिख कर उनसे मदद मांगी है। कांग्रेस की सोनिया समेत 15 पार्टियों के प्रमुखों को चिट्ठी लिखकर भाजपा के खिलाफ एकजुट होने का राग उन्होंने अलापा है। यह काम पहले भी हो सकता था, लेकिन ममता ने इसकी जो टाइमिंग चुनी, उस पर सवाल उठ रहे हैं।
बंगाल के दूसरे चरण के चुनाव में सबसे ज्यादा हाई वोल्टेज महाभारत नंदीग्राम में होगा। कल वहां वोट पड़ना है। इस मतदान में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व मेदिनीपुर के भूमि पुत्र शुभेंदु अधिकारी का राजनीतिक कैरियर दांव पर लगा हुआ है। इसीलिए कोई 1 इंच जमीन छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। पिछले कई दिनों से राज्य की मुख्यमंत्री और नंदीग्राम से उम्मीदवार ममता बनर्जी भाजपा की ओर से नंदीग्राम में बाहरी गुंडों की मौजूदगी और चुनाव में गड़बड़ी फैलाने के आरोप लगा रही हैं।
आज सुबह भी जब हुगली में जनसभा में भाग लेने के लिए वह जा रही थीं, तब कहा कि गोकुल नगर, बांग्ला बेड़ा समेत नंदीग्राम की कई जगहों पर बाहरी गुंडे स्थानीय लोगों को डरा-धमका रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से नंदीग्राम में शांतिपूर्ण वोट कराने का आग्रह किया है। इसके अलावा ममता एक आरोप और लगा रही हैं कि नंदीग्राम के चुनाव में भाजपा की ओर से नोटों की बौछार की जा रही है। हालांकि इन आरोपों का कोई प्रमाण ममता ने चुनाव आयुक्त को नहीं सौंपा है। ममता बनर्जी की इस आरोप के बाद चुनाव आयोग भी काफी दबाव में है। कल रात भर हल्दिया और आसपास के कई होटलों में छापेमारी की गई। हल्दिया के एसडीपीओ और महिषादल के सीआई को उनके पद से हटा दिया गया।
ममता बनर्जी के आरोपों को देखते हुए चुनाव आयोग ने भी नंदीग्राम में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की है, ताकि परिंदा भी पर न मार सके। नंदीग्राम में कुल 355 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से 355 को ही अति संवेदनशील मतदान केंद्र के रूप में घोषित किया गया है। अतीत में किसी क्षेत्र के इतने मतदान केंद्रों को इस तरह सेंसेटिव घोषित नहीं किया गया। कुल 22000 सीआरपीएफ की नियुक्ति नंदीग्राम में की गई है। पूरे नंदीग्राम में धारा 144 लागू कर दिया गया है। यहां के 75% मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की जाएगी। पूरे नंदीग्राम में 22 क्विक रिस्पांस टीम को 24 घंटा के लिए तैनात रखा जाएगा।