कोलकाता। ममता बनर्जी को आज फिर एक झटका लगा। शुभेन्दु अधिकारी के भाई सौम्येन्दु अधिकारी व कांथी के 15 पूर्व TMC पार्षद बीजेपी में शामिल हुए। उनके हजारों समर्थकों ने भी बीजेपी का दामन थामा। सौम्येन्दु अधिकारी के भाई शुभेन्दु अधिकारी ने पहले ही बीजेपी का झंडा थाम लिया है। शुभेन्दु अधिकारी के बीजेपी में जाते ही TMC ने उनके भाई सौम्येन्दु अधिकारी को पद से हटा दिया था। इसके साथ ही उनके परिवार को TMC नेताओं ने “मीरजाफर” कहा था।
शुभेन्दु अधिकारी के सांसद पिता डा. शिशिर अधिकारी ने ताजा राजनैतिक प्रकरणों पर पहली बार मुंह खोला। उन्होंने कहा कि परिवार को “मीरजाफर” कहे जाने का इंच-इंच जवाब जनता देगी। जिस परिवार ने जिले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) को शून्य से शिखर पर पहुंचाया, उसके लिए पार्टी ऐसे विशेषण से नवाज रही है। शिशिर अधिकारी ने आधिकारिक तौर पर TMC अभी तक नहीं छोड़ी है, लेकिन शुभेन्दु अधिकारी के TMC छोड़ बीजेपी ज्वाइन करते ही कयास लगने लगे थे कि वे भी पार्टी छोड़ सकते हैं। आज के बयान के बाद तो यह और साफ हो गया है कि अब वे ज्यादा दिन तक TMC में नहीं रहने वाले।
इस बीच शुभेन्दु अधिकारी ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) से बीजेपी में लोगों के शामिल होने का सिलसिला लगातार जारी रहेगा। कल हलदिया में भी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कई नेता भाजपा में शामिल होंगे। शुभेन्दु बोले- यह अभियान हर दिन चलेगा। योगदान अभियान चला कर वे दम्भी तृणमूल का सफाया कर ही दम लेंगे। तृणमूल कांग्रेस अब सिर्फ भुवा और भतीजा की पार्टी बन कर रह गयी है।
इस बीच बंगाल के राजनीतिक गलियारे एक सूचना यह भी आ रही है कि दिवंगत सौने मित्रा की पत्नी और बेटा भी बीजेपी ज्वाइन करने वाले हैं। एक-दो दिन में यह बात भी स्पष्ट हो जाएगा। इधर तृणमूल कांग्रेस के भीतर भी खलबली मची है। हर नेता एक दूसरे को संदिग्ध नजरों से देखने लगा है। इसी क्रम में आज साधन पाण्डे को लेकर फिरहाद ने फिर मोर्चा खोला। फिरहाद ने कहा कि उस्तादी दिखाने से बेहतर है, जो कहना है पार्टी में कहें, पार्टी की छवि खराब न करें।
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