मालदा (पश्चिम बंगाल)। हरिश्चंद्रपुर की दृष्टिहीन महिला ममता दास ने इच्छा मृत्यु की मांग की थी। उल्टे में चृणमूल ने उसे कम्बल दिया। साथ में नकद भी। उसने तृणमूल की सरकार से इच्छामृत्यु की अनुमति देने की गुहार लगाई थी।
उसकी मदद के लिए तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने सहायता का हाथ बढ़ाया है। हरिश्चंद्रपुर युवा तृणमूल कांग्रेस नेता बुलबुल खान रविवार सुबह महिला के घर पहुंचे और उसे कंबल समेत गर्म कपड़े दिये। एक महीने की खाद्य सामग्री तथा नकद 10 हजार भी उसे सौंपे। तृणमूल कांग्रेस की ओर से मदद मिलने पर ममता दास ने ख़ुशी जतायी है। .
उन्होंने कहा कि यदि समाज से सहायता मिले तो कोई भला क्यों स्वेच्छा से मरने की बात सोचेगा। उन्होंने तृणमूल की ओर से मिली सहायता के प्रति आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन की ओर से मदद की गुहार लगाई। गौरतलब है कि चांचल महकमे के हरिश्चंद्रपुर एक नंबर ब्लॉक के बारोडांगा गांव निवासी 30 वर्षीय दृष्टिहीन ममता दास अपने वृद्ध माता-पिता के साथ रहती है। परिवार में किसी भी सदस्य के पास रोजगार नहीं होने के कारण वह भारी आर्थिक तंगी से जूझ रही है। गरीबी से तंग आकर ममता दास ने पिछले गुरुवार को स्थानीय ब्लॉक प्रशासन से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई थी।
मामले के प्रकाश में आने के बाद ब्लॉक प्रशासन हरकत में आ. और मामले की छानबीन शुरू की। इस बीच सुबह हरिश्चंद्रपुर युवा तृणमूल कांग्रेस नेता बुलबुल खान, हरिश्चंद्रपुर एक नंबर ग्राम पंचायत के उप प्रधान गुड्डू खान,तृणमूल नेता मंतोसोश घोष समेत अन्य नेता ममता दास के घर पहुंचे और उसे नकद 10 हजार रूपये, दो कंबल, 20 किलो चावल समेत एक महीने की खाद्य सामग्री प्रदान की। पंचायत उप प्रधान गुड्डू खान ने कहा कि भविष्य में इस महिला की और मदद की जाएगी। गौरतलब है कि बचपन में मछली के कांटे के आघात से ममता दास की दोनों आखों की ज्योति चली गयी थी। गरीबी के कारण उसके माता-पिता उसकी समुचित चिकित्सा नहीं करा सके।