- वीर विनोद छाबड़ा
मौजूदा वर्ल्ड कप में कुछ ज्यादा ही गलतियां हो रही हैं। यों तो पिच का मिजाज जानना कोई आसान काम कभी नहीं रहा। इंग्लैंड ने भी टॉस जीतने के बाद यही गलती की। अपने परंपरागत प्रतिद्वंदी ऑस्ट्रेलिया को बैटिंग का न्योता देने की भूल कर बैठी। और उन्होंने पहले ही विकेट के लिए 123 की पार्टनरशिप खड़ी कर दी। कप्तान फिंच ने 100 रन बनाये।
यह भी पढ़ेंः पेड़ काट कर विनाश के खतरे को दावत दे दी है हमने
मौजूदा टूर्नामेंट में ये उनकी दूसरी सेंचुरी। डेविड वार्नर ने भी 53 रन की शानदार इनिंग खेली। इंग्लैंड की दाद देनी होगी कि 330 प्लस बनाती दिख रही ऑस्ट्रेलिया को उन्होंने 285 रन पर रोक दिया। मगर इस मुश्किल लक्ष्य को पार करना भी इंग्लैंड के लिए कभी आसान नहीं रहा।
यह भी पढ़ेंः पटना में इनोवा ने 3 को कुचल डाला, लोगों ने 2 को मार डाला
छठे ओवर में ही 26 रन पर तीन विकेट गंवा दिए। अकेले बेन स्टोक्स (89 रन) ही असफल कोशिश करते दिखे। इंग्लैंड को 221 रन पर समेट कर 64 रन से करारी शिक़स्त देने में सबसे बड़ा हाथ तेज गेंदबाज़ बेहरनडार्फ का रहा, जिन्होंने 44 रन पर 5 विकेट लिए। क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स पर क्रिकेट के जनक इंग्लैंड के विरुद्ध और वो भी वर्ल्ड कप जैसे टॉप क्लास टूर्नामेंट में ऐसा शानदार प्रदर्शन, इससे ज़्यादा किसी को क्या चाहिए।
यह भी पढ़ेंः दिलीप सरदेसाई, भारतीय क्रिकेट के नवजागरण के लिए जाने गए
मज़े की बात तो ये बेहरनडार्फ वर्ल्ड कप स्क्वाड में काफी डिबेट के बाद शामिल किये गए थे। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया सेमी-फ़ाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गयी है। अगर आज न्यूज़ीलैंड ने पाकिस्तान को हरा दिया तो उसकी भी सेमी फाइनल में जगह पक्की समझो। और पाकिस्तानी कभी नहीं चाहेंगे कि कल का मैच हारें। इसका मतलब साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान को छोड़ इंडिया समेत बाकी टीमों को जान लड़ा देनी पड़ेगी। यानी टूर्नामेंट में दिलचस्प स्थिति पैदा हो गयी है। अब तो हर मैच देखने काबिल होगा।
यह भी पढ़ेंः नौकरशाही के दलदल में फंस गया है नीतीश का परिवर्तन रथ
यह भी पढ़ेंः जैनेन्द्र कुमार की जीवनी : अनासक्त आस्तिक