नयी दिल्ली। भूतपूर्व प्रधानमंत्री को अंतिम विदाई देने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के अलावा झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी पहुंचे थे। उनकी शव यात्रा में सभी शामिल हुए।
स्व. अटल जी को श्रद्धांजलि देने सीएम श्री रघुवर दास सबसे पहले भाजपा कार्यालय पहुंचे। श्री दास ने भाजपा केंद्रीय कार्यालय में स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धाजंलि दी। नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने भी उनको पुष्पांजलि दी।
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झारखंड के मुख्यमंत्री श्री दास इस दौरान खामोश रहे। उन्होंने इतना ही कहा कि समय ठहर-सा गया है। विश्वास ही नहीं हो रहा कि अटल जी हमारे बीच नहीं है। बहुत कुछ कहना चाहता हूं, लेकिन शब्द नहीं मिल रहे। अटल जी के लिए कुछ कहना सूरज को दीया दिखाने जैसा है। अटल जी, हमारे अटल जी, सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों के अटल जी, निश्चल, निर्भीक और अविरल अटल जी। अटल जी से गुरु-शिष्य का, पितृ प्रेम का नाता है। वे हमसे दूर जरूर चले गए हैं, लेकिन उनके शब्द अब भी कानों में गूंज रहे हैं। झारखण्ड निर्माण के लिए हम सदा अटल जी के ऋणी रहेंगे। उनकी अनंत स्मृतियां हैं, जिन्हें शब्दों में समेटना संभव नहीं। युगपुरुष अटल जी को पुन: शत शत नमन।
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अटल जी के निधन की सूचना मिलते ही कल ही दिल्ली के लिए रवाना हो गये थे। सुशील मोदी भी कल ही गये थे। नीतीश ने पहली प्रतिक्रया में कहा था कि उन्होंने अपना अभिभावक खो दिया है। देश ने सबसे बड़ी राजनीतिक शख्सियत के साथ प्रखर वक्ता, कवि, लेखक, चिंतक, विचारक और करिश्माई व्यक्तित्व को खो दिया है। अटल जी ने राजनीतिक सीमाओं के परे सभी राजनीतिक दलों का आदर एवं सम्मान किया। उनके अंदर सबको साथ लेकर चलने की अद्भुत क्षमता थी।
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मालूम हो कि अटल जी के वक्त ही नीतीश कुमार पहली बार मुख्यमंत्री बने थे और उनकी सरकार में उन्होंने रेल मंत्री की जिम्मेवारी का निर्वाह किया।
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