पटना। लाक डाउन में आन लाइन शिक्षण का विश्वविद्यालयों को निर्देश बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने दिया है। कोरोना पढ़ाई में रुकावट न बने। राज्यपाल-सह-कुलाधिपति चौहान ने कहा है कि ‘कोरोना वायरस’ (कोविड-19) से जुड़े लाक डाउन के दौरान विश्वविद्यालयों द्वारा ‘आन लाइन’ शिक्षण की सुविधा उपलब्ध करायी जाये।
कुलाधिपति ने ‘आन लाइन’ शिक्षण हेतु की जा रही आवश्यक कार्रवाइयों से संबंधित रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह प्राप्त करने के लिए प्रधान सचिव को निदेशित किया है। ज्ञातव्य है कि राज्यपाल सचिवालय ने पिछले दिनों विश्वविद्यालयों में उपलब्ध तकनीकी संसाधनों द्वारा छात्र-हित में ‘आन लाइन टीचिंग’ की व्यवस्था अविलम्ब बहाल कर देने का निदेश राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को दिया था। छात्रों को ई-मेल आदि विभिन्न तकनीकी संचार-माध्यमों से पढ़ाने, परीक्षा लेने और उनके मूल्यांकन की भी कारगर व्यवस्था सुनिश्चितत करने के लिए सभी कुलपतियों को कहा गया था। राज्यपाल सचिवालय ने एन॰सी॰सी॰ कैडेट्स एवं एन॰एस॰एस॰ के विद्यार्थियों के माध्यम से भी राज्य सरकार के निदेशों के अनुरूप स्थानीय जिला प्रषासन से समन्वय बनाये रखते हुए उनके मार्ग-दर्शन में अपेक्षित सहयोग करने का भी निदेश प्रदान किया था।
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राज्यपाल के मार्गदर्शन के आलोक में प्रदान किए गये पूर्व निदेशों के अनुपालन हेतु विश्वविद्यालयों को स्मारित करते हुए अब हर सप्ताह प्रतिवेदन भेजने हेतु राज्यपाल सचिवालय ने परिपत्र जारी कर दिया है। कुलपतियों सहित सभी प्रमुख विश्वविद्यालयीय अधिकारियों को ‘लाक डाउन पीरियड’ में भी विश्वविद्यालय मुख्यालय में ही बने रहने को कहा गया है, ताकि वे आन लाइन शिक्षण के कार्य को तत्परतापूर्वक संचालित करा सकें।
ज्ञातव्य है कि कई विश्वविद्यालयों द्वारा आन लाइन शिक्षण की दिशा में सार्थक शुरुआत की जा चुकी है। राज्यपाल सचिवालय ने सभी कुलपतियों को ‘लाक डाउन पीरियड’ में ‘आन लाइन’ शिक्षण-व्यवस्था को अविलम्ब कार्यान्वित कराने को कहा है तथा ‘आन लाइन कोर्सेंज’ से संबंधित लिंक अपनी विश्वविद्यालयीय वेबसाइट पर भी प्रमुखतापूर्वक डालने के लिए निदेशित किया है।
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