- डी.कृष्ण राव
कोलकाता। शिवसेना भी अब ममता बनर्जी के साथ खड़ी हो गयी है। आरजेडी और समाजवादी पार्टी ने पहले ही ममता बनर्जी का साथ देने का वादा कर दिया है। शिवसेना संसदीय दल के नेता संजय राउत ने बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है। इससे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और श्याम रजक ने ममता बनर्जी से कोलकाता में मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान आरजेडी के पूर्ण सहयोग-समर्थन का तेजस्वी ने ममता बनर्जी से वादा किया था। समाजवादी पर्टी नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ममता बनर्जी को नैतिक समर्थन देने का ऐलान किया है।
शिवसेना नेता संजय राउत का बयान आया है कि बंगाल के लोग इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि क्या शिवसेना भी चुनावी अखाड़े में उतरेगी। उन्होंने स्पष्ट किया है कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से विचार-विमर्श के बाद शिवसेना ने तय किया है कि बंगाल चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं देगी। ममता को की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को शिवसेना समर्थन देगी।
इस संबंध में जारी एक बयान में संजय रुत ने कहा है कि बंगाल में ‘दीदी बनाम सभी’ (Didi v/s All) की लड़ाई है। सारे ‘M’ – मनी, मस्कल और मीडिया का इस्तेमाल ममता दीदी के खिलाफ हो रहा है। इसीलिए शिवसेना ने बंगाल में चुनाव नहीं लड़ने और ममता बनर्जी की पार्टी को समर्थन देने का निर्णय लिया है। राउत ने ममता को असली बंगाल टाइगर (Real Bengal Tiger) कहा है।
एक्ट्रेस सायंतिका बनर्जी टीएमसी की हो गयीं
टॉलीवुड एक्ट्रेस सायंतिका बनर्जी टीएमसी में शामिल हो गयी हैं। टीएमसी के महासचिव पार्थो चट्टोपाध्याय के हाथ से उन्होंने टीएमसी का झंडा थाम कर पार्टी में योगदान किया। इस दौरान टीएमसी के बड़े नेताओं में सुब्रतो चटर्जी, प्राप्त बसु उपस्थित थे। पार्टी में योगदान के बाद सायंतिका ने कहा कि ममता बनर्जी के भाई कार्तिक बनर्जी से उनका काफी पहले से संबंध था। ममता बनर्जी के अनुरोध पर ही उन्होंने टीएमसी ज्वाइन किया है। उन्होंने ममता बनर्जी के साथ मिलकर आम लोगों के लिए काम करने का वादा किया।
आज जारी हो सकती है टीएमसी कैंडिडेट की सूची
अभी तक राज्य में किसी भी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं की है। बीजेपी दिल्ली में मंथन कर रही है। इधर आज देर रात तक तृणमूल कांग्रेस 100 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषमा कर सकती है। तृणमूल सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक इस बार 80 विधायकों और मंत्रियों को चुनाव से अलग किया जा सकता है। इनमें प्रमुख है रविंद्र नाथ भट्टाचार्य, रवि रंजन चट्टोपाध्याय, छोटू लाहिड़ी, शीतल सरदार, रज्जाक मोल्ला। सूत्रों का यह भी कहना है कि इस बार 5 बिंदुओं को सामने रखकर प्रत्याशियों का चयन किया जा रहा है। टिकट देने में साफ सुथरी छवि को प्राथमिकता दी गयी है। इसके अलावा युवा और महिलाओं पर फोकस है। इसके अलावा जिन विधायकों और नेताओं के नाम दल बदलने को लेकर चर्चा में रहे, उन्हें टिकट नहीं दिया जा रहा है। उम्र 75 साल के ऊपर होने पर इस बार टिकट मिलने की आस काफी कम है।
गायक, अभिनेता-अभिनेत्री, खिलाड़ियों को भी टिकट में प्राथमिकता मिल सकती है। यह संख्या भी कम नहीं है। कम से कम 40 ऐसे उम्मीदवार बताये जा रहे हैं। देबोलीना दत्ता, सायंतिका बंद्योपाध्याय, कंचन मल्लिक, क्रिकेट खिलाड़ी मनोज तिवारी को टिकट मिलना लगभग तय है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होते ही तृणमूल कांग्रेस में विद्रोह दिख सकता है। क्योंकि जितने पुराने विधायक और मंत्रियों का टिकट कटेगा, वे विद्रोही तेवर अपना सकते हैं।