वाराणसी (हरेन्द्र शुक्ला)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मिर्जापुर बरकछा स्थित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में 9 सितम्बर को पूर्वान्ह 10 बजे केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल परिसर में स्थित स्वास्थ्य केन्द्र का लोकार्पण करेंगी। इस अवसर पर राज्यमंत्री श्रीमती पटेल व्याख्यान कक्ष संकुल में शिक्षकों, छात्रों सहित आम लोगों को सम्बोधित करेंगी। समारोह की अध्यक्षता काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राकेश भटनागर करेंगे।
सर सुन्दरलाल अस्पताल के नेत्र रोग विभाग को क्षेत्रीय नेत्र संस्थान के लिए प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सेवा योजना के तहत 38.58 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है। इससे संस्थान के विकास में बल मिलेगा। यह जानकारी शनिवार को चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के समिति कक्ष में आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विजयनाथ मिश्र ने पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि BHU के चिकित्सक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अब नियमित रूप से दक्षिणी परिसर स्थित स्वास्थ्य केन्द्र पर विद्यार्थियों के अलावा स्थानीय मरीजों का भी इलाज होगा।
बरकछा परिसर ओपीडी में इसका होगा इलाज
- मेडिसिन बहिरंग विभाग
- आयुर्वेद बहिरंग विभाग
- दंत चिकित्सा बहिरंग विभाग
- नेचुरोपैथी बहिरंग विभाग
- एक्स-रे की सुविधा
- सीसीआई में वाली खून की सभी जांच
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो विजयनाथ मिश्र ने बताया कि सर सुन्दरलाल अस्पताल को महामना के सपनों के अनुकूल और सरकार की मंशा के अनुरूप 1 दिसंबर से भर्ती सभी मरीजों को नि:शुल्क जेनेरिक दवाइयां दी जायेंगी। इसके अलावा अस्पताल के हर फ्लोर पर जेनेरिक दवाइयों की दुकानें खुलेंगी। मरीजों के आवक के मद्देनजर इमरजेंसी सेवा को और विस्तार एक्टेण्डेड इमरजेंसी (इमरजेंसी के मरीजों को अस्पताल आने के साथ ही एंबुलेंस या स्ट्रेचर जिस भी मरीज हो, उसका तत्काल इलाज कागजी काररवाई बाद में) शुरू की जायेंगी।
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इसी तरह अस्पताल के अधिकारियों तक अस्पताल के विभिन्न विभागों की शिकायत के लिए देश में पहली बार आनलाइन डिजिटल शिकायत केन्द्र खोला जायेगा, जहां मरीज और उनके परिजन अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। वहीं अस्पताल परिसर में 1 अक्टूबर से धूम्रपान निषेध कर दिया जायेगा। परिसर में धूम्रपान करता कोई भी पकडा जायेगा, उससे पांच सौ रुपये अर्थदंड के रूप में भुगतान करना होगा। प्रो. मिश्र ने यह भी कहा कि अस्पताल परिसर में नि:शुल्क स्ट्रेचरयुक्त ई-रिक्शा का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा आने वाले समय में अस्पताल परिसर में एंबुलेंस को छोड़कर किसी भी तरह की वाहनों पर प्रतिबंधित कर दिया जायेगा। मरीजों की सुविधा के लिए सिंहद्वार से अस्पताल तक नि:शुल्क ई-रिक्शा का संचालन किया जा रहा है। मैंने यूपी के सांसदों और विधायकों से गत दिनों अस्पताल को ई-रिक्शा दान देने की मांग की थी, लेकिन आज तक किसी की ओर से इस मामले में सहयोग नही मिला।
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