सुशील कुमार मोदी की अपील- बिहार के लोग जहां हैं, वहीं रूके रहें

0
234
सुशील कुमार मोदी ने बिहार की ऋण सीमा बढ़ाने की केन्द्र से मांग की है। मोदी ने कहा कि लाक डाउन की वजह से राजस्व संग्रह में गिरावट आयी है।
सुशील कुमार मोदी ने बिहार की ऋण सीमा बढ़ाने की केन्द्र से मांग की है। मोदी ने कहा कि लाक डाउन की वजह से राजस्व संग्रह में गिरावट आयी है।

पटना। सुशील कुमार मोदी ने दूसरे राज्यों में रुके बिहारियों से अपील की है कि वे जहां है, सारी कठिनाइयों के बावजूद वहीं धैर्य के साथ रूके रहें। उन्हें मदद दी जाएगी। दूसरे राज्यों की स्थानीय सरकारों से समन्वय बना कर बिहार सरकार हर संभव मदद की यथासंभव कोशिश में जुटी हुई है। उपमुख्यमंत्री ने बिहार में रह रहे उनके परिवार वालों से भी अपील की है कि वे अपने परिजनों को मोबाइल से सम्पर्क कर लाक डाउन के दौरान घर आने की जगह जहां हैं, वहीं सुरक्षित रहने के लिए मानसिक तौर पर उन्हें प्रेरित करें।

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लाक डाउन के कारण दूसरे राज्यों में रूके बिहारियों को आर्थिक मदद देने वाला बिहार देश का पहला राज्य है। अंडमान, सिक्किम से लेकर दिल्ली, महाराष्ट्र,गुजरात तक में रूके 6.67 लाख प्रवासी बिहारियों के खाते में आपदा राहत कोष से 1-1 हजार रुपये भेजा जा चुका है। सर्वाधिक दिल्ली में 1.30 लाख, हरियाणा में 95,999, महाराष्ट्र में 72,243, गुजरात 61,944, पंजाब, 37,771, राजस्थान 26,849, तमिलनाडु 26,312, पश्चिम बंगाल 25,181 व अंडमान निकोबार में 265 प्रवासी बिहारियों के खाते में राशि भेजी गयी है। प्राप्त कुल आवेदन 13.26 लाख में से शेष बचे 6.59 लाख बिहारी प्रवासियों को भी शीघ्र राशि भेजी जा रही है।

- Advertisement -

यह भी पढ़ेंः सुशील मोदी की सलाह- लाकडाउन में दलित बस्तियों को गोद लें  

इसके अलावा 60 हजार से ज्यादा लोगों ने फोन कर बिहार सरकार से मदद मांगी हैं, ऐसे सभी लोगों से दुबारा सम्पर्क कर उन्हें एसएमएस भेज कर उनके बिहार स्थित बैंक खाता व आधार संख्या मांगी जा रही है। अन्य किसी को भी मदद की जरूरत है तो वे लिंक डाउनलोड कर आवेदन करें, बिहार सरकार यथासंभव मदद के लिए तत्पर है।

यह भी पढ़ेंः उत्तर प्रदेश सरकार ने मनरेगा मजदूरों के खाते में डाले 611 करोड़

दूसरे राज्यों में रूके बिहारी किसी के बहकावे व फेक न्यूज के झांसें में नहीं आयें। लाॅकडाउन के दौरान किसी भी तरह से यातायात की व्यवस्था संभव नहीं है। लाॅकडाउन खत्म होने के बाद केन्द्र व राज्य सरकार स्वतः रेल व बस सेवाएं शुरू करने के साथ उनकी आवाजाही की सुविधा सुनिश्चित करेगी।

यह भी पढ़ेंः कोरोना के लाक डाउन में समय बिताने के एक से बढ़ कर एक तरीके

- Advertisement -