पटना। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह भरा। नीतीश कुमार की जम कर तारीफ की। लालू प्रसाद और राहुल गांधी पर खुल कर बरसे। उन्होंने कहा कि हमें साथियों का सम्मान करने और उन्हें संभालने आता है।
उन्होंने कहा कि नीतीश जी अब हमारे साथ हैं। चंद्रबाबू नायडू चले गये तो क्या हुआ, नीतीश बाबू हमारे साथ आ गये। कांग्रेस और राजद के लोग हम लोगों में झगड़ा लगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम इतने मजबूत हैं कि उनकी दाल नहीं गलने वाली। हमें साथियों को संभालना आता है। हमें सहयोगियों को सम्मान देना भी आता है। विपक्षी दल नीतीश जी के लिए लार टपकाना बंद करें।
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अमित शाह ने कहा कि लालू प्रसाद और कांग्रेस बिहार में सरकार बनाने की बात करते हैं तो मुझे हैरानी होती है। 2004 के बाद केन्द्र में यूपीए के 10 साल तक शासन रहा। लालू प्रसाद भी इसके हिस्सेदार थे, लेकिन यूपीए ने बिहार के लिए क्या किया। मनमोहन सिंह की सरकार ने बिहार को 1 लाख 93 हजार करोड़ रुपये दिये थे। जबकि नरेन्द्र मोदी की सरकार ने बिहार को 4 लाख 33 हजार करोड़ रुपये दिये हैं। अब पैसा नीचे तक पहुंचता है। चारा घोटला की तरह कोई बीच में नहीं हड़प लेता है। अब बिहार में नीतीश कुमार और सुशील मोदी की सरकार है।
अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी मोदी सरकार से साढ़े चार साल का हिसाब मांग रहे हैं, लेकिन जनता तो उनसे उनकी चार पीढ़ियों के शासन का हिसाब मांग रही है। इनके परिवार के शासन में भ्रष्टाचार के अलावा और कोई काम नहीं हुआ। राहुल गांधी भी लालू प्रसाद के चारा घोटला की बात ही समझते हैं। दोनों की जोड़ी खूब जमेगी।
अमित शाह ने कहा कि ये जो अति महागठबंधन हो रहा है, उससे कुछ नहीं होने वाला। चाणक्य ने कहा है कि अगर चार चोर मिल जाएं तो समझिए राजा सच्चा है। नरेन्द्र मोदी भी प्रमाणिक शासक हैं। अमित शाह ने विपक्षी एकता की कोशिशों की तुलना चार चोरों के मिलन से की।