हेमंत सोरेन ने पर्यटन विभाग के कैलेंडर का विमोचन किया

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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर्यटन कैलेंडर का विमोचन किया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर्यटन कैलेंडर का विमोचन किया

रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किये गये कैलेंडर और टेबल कैलेंडर 2020 का विमोचन किया। झारखंड पर्यटन विभाग का वर्ष 2020 का कैलेंडर इको टूरिज्म एवं झारखंड की कला संस्कृति पर आधारित है। कैलेंडर में झारखंड के इको टूरिज्म व कला संस्कृति से जुड़ी फोटोग्राफ को प्रमुखता से शामिल किया गया है। इस अवसर पर राज्य के मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी, पर्यटन विभाग के सचिव राहुल शर्मा, निदेशक पर्यटन विभाग संजीव बेसरा, जेटीडीसी के अनमोल सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

दक्षिण पूर्व रेलवे के जीएम ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात

रेलवे झारखंड को डंपिंग यार्ड ना बनाएं। देश में झारखंड एक ऐसा राज्य है, जो रेलवे को संसाधनों से सबसे अधिक लाभ देता है। किंतु रेलवे अपनी ओर से ऐसा रेस्पॉन्स नहीं करती है। झारखंड के लोगों की सुविधा के अनुरूप ट्रेनों की संख्या नहीं है। जो ट्रेन हैं, उनमें अधिकतर की गुणवत्ता बहुत खराब है। एसी कोच वाले ट्रेन में जो एसी लगे होते हैं, कई में उनकी भी क्वालिटी अच्छी नहीं होती है। ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक के साथ हुई बैठक में कहीं।

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दुमका-रांची ट्रेन में एसी फर्स्ट व एसी टू कोच लगाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुमका-रांची ट्रेन और वनांचल एक्सप्रेस में एसी फर्स्ट और एसी टू के कम्पोजिट कोच लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि झारखंड के सभी ट्रेनों में इस प्रकार की सुविधा दी जाए, जिससे हर श्रेणियों में यात्रा करने वाले यात्री सुविधा के साथ यात्रा कर सकें।

रेलवे लाइन उपरी पुल की गुणवत्ता सुधरे

मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) सिंगल एंटिटी में अर्थात या केवल रेलवे या केवल राज्य सरकार बनाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा बराबर देखा जाता है कि रेलवे लाइन के उपर का पुल रेलवे बनाती है और एप्रोच रोड राज्य सरकार द्वारा बनाया जाता है। इससे पुल और एप्रोच रोड का एलाइनमेंट भी बहुत सुगम नहीं रह पाता है। उन्होंने कहा कि इनका उपयोग करने वाली जनता परेशान होती है।

मुख्यमंत्री ने दक्षिण पूर्व रेलवे के जीएम से कहा कि रेलवे झारखण्ड में जहां भी काम कर रहे है और वहां रेलवे डबल लाइन किये जाने पेड़ों के काटने की अनुमति की आवश्यकता है उन मामलों में एक साथ समेकित कर वो अपने प्रस्ताव बनाकर भेजें ताकि वन विभाग का क्लियरेन्स प्राप्त किया जा सके। अलग अलग टुकड़े में भेजने से काम के लम्बित होने की संभावना अधिक रहती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे अपनी योजनाएं ऐसी बनाये जिससे वन्य जीवों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। अंडरपास या कोई और जो बेहतर तरीका हो वो किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कभी भी वन और वन्य जीवों और जैव विविधता को नुकसान ना पहुंचाएं। बैठक में रेलवे ने अपनी परियोजनाओं के सम्बंध में विभिन्न मामले रखे जिस पर मुख्य सचिव ने सभी मामलों में राज्य सरकार द्वारा ससमय की जा रही कार्रवाई के बारे में जानकारी दी गयी।

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इस बैठक में मुख्य सचिव डॉ डी के तिवारी, भू राजस्व के सचिव श्री के के सोन, पीसीसीएफ श्री शशि नंदकुलियार, परिवहन सचिव श्री के रवि कुमार, दक्षिण पूर्व रेलवे के जीएम श्री संजय कुमार मोहंती, रांची के डीआरएम श्री नीरज अम्बष्ठ, और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों में श्रीमती जया वर्मा सिन्हा, श्री सौमित्र मजूमदार, श्री कमल बैठा, श्री अमित कंचन, श्री नीरज कुमार, श्री देवराज बनर्जी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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