पटना। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा पिछले महीने शुरू की गयी आयुष्मान भारत योजना की लोकप्रियता में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता श्री राजीव रंजन ने कहा कि इससे स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नयी क्रांति आई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले 23 सितंबर को शुरू की गयी आयुष्मान भारत योजना ने लोकप्रियता का एक नया इतिहास रच दिया है। योजना लागू होने के एक महीने के अंदर ही अभी तक 1 लाख लोग इसका लाभ उठा चुके हैं और हर बीतते दिन लाभान्वितों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। अब तक इस योजना से 14 हजार से ज्यादा अस्पताल जुड़ चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि दुनिया में मोदी केयर के नाम से विख्यात इस योजना के तहत देश के 10 करोड़ गरीब और मध्यवर्गीय परिवारों यानी 50 करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये की सालाना चिकित्सा बीमा की सुविधा मिल रही है। योजना के तहत सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती होकर उन्हें गंभीर से गंभीर बीमारियों में भी 5 लाख रुपये तक की नि:शुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी। इस खर्च में अस्पताल में भर्ती होने के अलावा जरूरी जांच, दवाई, भर्ती से पहले का खर्च और इलाज पूरा होने तक का खर्च भी शामिल है। अगर किसी को पहले से कोई बीमारी है तो उस बीमारी का भी खर्च इस योजना द्वारा उठाया जाएगा।
श्री रंजन ने आगे कहा कि मोदी सरकार ने देशभर में चिकित्सा सुविधाओं को सुदृढ़ करने की जो योजना बनाई है, उसके तहत 1.5 लाख वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत 1350 बीमारियों का इलाज होगा। यह योजना कैंसर, किडनी, लीवर की बीमारी, डायबटीज, हार्ट अटैक समेत कई गंभीर बीमारियों में राहत दिलाने में बेहद काम आएगी। इलाज के दौरान दवा, मेडिकल जांच (एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई समेत कई जांच) पूरी तरह से नि:शुल्क होगी। पहले चरण में इस योजना के तहत 10 करोड़ लोगों को जोड़ा जा रहा है, जिसमें बिहार के भी 1.08 करोड़ लोग शामिल हैं।
अपने तरह की अनोखी दुनिया की सबसे बड़ी इस स्वास्थ्य योजना की खास बात यह है कि इसमें सदस्यों की संख्या, आयु सीमा जैसी कोई भी बाध्यता नहीं होगी। इसके अलावा मोदी सरकार इस योजना को सुगम और सरल बनाने की कोशिश में जुटी है, ताकि अधिक-से-अधिक गरीब परिवार इसका लाभ उठा सकें।
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