बिहारशरीफ। नालंदा जिले के काकोबिगहा कांड में कल राजद नेता की हत्या के बाद माब लिंचिंग में मारे गये दो लोगों के मामले में अलग-अलग 4 एफआईआर दर्ज की गयी हैं। तीनों मृतकों के परिजनों के अलावा पुलिस ने भी मुकदमा दर्ज किया है। मृतकों के परिजनों ने 108 नामजद और करीब 800 अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया है। पुलिस अभियुक्तों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर की प्रक्रिया में जुटी है। इनमें से 5 आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मृत शंटी मालाकार के पिता ने 52 नामजद व 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर करायी है।
एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि तीनों मृतकों के परिजनों ने हत्या का आरोप लगा कर एफआईआर दर्ज करायी है। वहीं पुलिस की ओर से सरकारी काम में बाधा डालने, उपद्रव करने, पुलिस पर हमला करने समेत कई आरोप लगा कर एफआईआर की गयी है। सभी आरोपित घर छोड़ कर फरार हैं। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
मृत राजद नेता इंदल पासवान के भतीजे गोपाल पासवान ने हत्या का आरोप लगाते हुए 5 नामजद व 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर की है। उसने आरोप लगाया है कि पुरानी रंजिश में बदमाशों ने घेर कर उनके चाचा की गोली मार कर हत्या कर दी। मृत शंटी मालाकार के पिता ओमप्रकाश मालाकार ने 52 नामजद व 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर करायी है।
उनका आरोप है कि इंदल की हत्या के बाद भीड़ ने उनके घर पर हमला कर दिया। लूटपाट व आग लगाने का प्रयास किया। विरोध करने पर घर के सभी सदस्यों से मारपीट की। भीड़ ने उनके बेटे की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
तीसरी एफआईआर रंजन की मां मालो देवी ने दर्ज करायी है। उन्होंने 51 नामजद व 400 अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया है। उनका आरोप है कि भीड़ ने उनके व चुन्नीलाल के घर पर हमला कर दिया। आग लगाने के साथ ही घर में घुस कर उनके बेटे को पीटने लगे। उसे इतना पीटा कि मौके पर ही उसकी जान चली गयी। भीड़ ने उपद्रव करने के दौरान चुन्नीलाल के घर में आग लगा दी थी। इतना ही नहीं, बुजुर्ग चुन्नीलाल को भी जम कर पीटा था। उनका एक हाथ टूट गया है।
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पुलिस ने भीड़ से बचा कर उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। पिछले 2 दिनों से अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है, लेकिन देखने वाला कोई नहीं है। पुलिस व बदमाशों के डर से घर के सभी लोग फरार हैं। एक भी परिजन उन्हें देखने नहीं आया है।
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