पटना। विपक्ष की गोलबंदी पर बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कटाक्ष किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि फुटकर दलों के कथित महागठबंधन में केवल गांठ ही गांठ है, कोई टिकाऊ बंधन नहीं। एक अन्य ट्वीट में श्री मोदी ने ऊंची जाति के लोगों को 10 फीसदी आरक्षण के सवाल पर कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने गरीबी के आधार पर ऊंची जाति के लोगों को भी रिजर्वेशन देने की बात कही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस वर्ग को 10 फीसद रिजर्वेशन देकर जननायक के विचार को लागू किया।
उन्होंने कहा कि बिहार में जिस कांग्रेस के सभी विधायकों को मंत्री बनवा कर कभी राबड़ी देवी ने अपनी सरकार बचायी थी, आज उस कांग्रेस को यूपी में अपमानित करने वाली सपा-बसपा के नेताओं को राजद के नेता गुलदस्ते भेंट कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद को सपा ने यूपी विधानसभा के चुनाव में प्रचार के लिए नहीं बुलाया, तो वे खुद ही पहुंच गए थे। पड़ोसी राज्य में राजद की एक सीट जीतने की भी औकात नहीं, लेकिन वह सपा-बसपा को बिना मांगे समर्थन दे रहा है और दूसरों की जीत के लिए पूरी ताकत लगाने का हास्यास्पद दावा कर रहा है। उन्होंने कांग्रेस पर भी तंज कसा है और राजद के साथ उसकी दोस्ती पर कहा है कि बिहार में कांग्रेस एक बेवफा दोस्त को भरोसेमंद मान रही है।
सवर्ण रिजर्वेशन का विरोध करने वाले राजद को कर्पूरी ठाकुर का नाम लेने का कोई नैतिक अधिकार नहीं। उनके विचारों, सादगी और ईमानदारी से नाता तोड़ कर जिन लोगों ने ताबड़तोड़ घोटाले किये, समाजवाद को परिवारवाद में बदला और बेनामी सम्पत्ति बनायी, वे जयंती-पुण्यतिथि पर कर्पूरी जी के नाम पर अतिपिछड़ों-दलितों को धोखा देते हैं।
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