पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नयी दिल्ली स्थित जार्ज फर्नांडीस के आवास पर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पार्पण कर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनकी पत्नी श्रीमती लैला कबीर से मिल कर उन्हें सत्वांना दी। विजिटर बुक में शोकोद्गार व्यक्त करते हुए लिखा- ‘ऐसा लड़ाकू सदियों में विरले ही पैदा होता हैं।’
श्री मोदी ने कहा कि जुझारूपन और संघर्षशीलता के प्रतीक जार्ज फर्नांडीस के निधन से देश और राजनीति को अपूरणीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है। बिहारवासियों के दिलों में रचे-बसे जार्ज फर्नांडीस की कमी सदैव खलेगी। पंचशील पार्क में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. जार्ज फर्नांडीस के आवास पर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित करने के दौरान उनकी धर्मपत्नी श्रीमती लैला कबीर और काफी लंबे समय तक उनकी सहयोगी रही जया जेटली भी मौजूद थीं।
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सुशील मोदी के ट्वीट
विश्वविद्यालय के बजाय विभाग को इकाई मान कर रिजर्वेशन देने से दलितों-पिछड़ों को रिजर्वेशन का पूरा लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए राजग सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति (SLP) याचिका दायर कर मजबूती के साथ वंचित वर्गों की दलील अदालत के सामने पेश की।
इसके बावजूद यदि फैसला अनुकूल नहीं आया है, तो सरकार चैन से नहीं बैठेगी। रिजर्वेशन का लाभ जरूरतमंद वर्गों तक पहुंचाने के लिए हर संभव कानूनी और प्रशासनिक उपाय खोजे जा रहे हैं। कोर्ट से जुड़े मु्द्दे को दिल्ली या पटना की सड़क पर उछालना कुछ लोगों के लिए वंचित वर्गों की हमदर्दी पाने का शार्टकट हो सकता है, लेकिन यह समस्या का समाधान नहीं। न्यायपालिका पर भरोसा करने की कसमें खाने वालों को हंगामा करने के बजाय सरकार की मंशा पर भरोसा करना चाहिए।
श्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि बिहार के विश्वविद्यालयों में 3000 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और राज्य सरकार इसमें विश्वविद्यालय को ही इकाई मान कर रिजर्वेशन लागू कर रही है, जिससे दलितों-पिछड़ों और अतिपिछड़ा समुदाय के अभ्यर्थियों को पूरा लाभ मिलेगा। उन्होंने कटाक्ष किया कि लालू प्रसाद ने ट्वीट कर इसके लिए बिहार सरकार को बधाई क्यों नहीं दी?