पटना। बिहार में आज दो महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं। भाकपा ने कन्हैया कुमार को बेगूसराय से उम्मीदवार घोषित किया तो कांग्रेस ने बिहार में अपने तीन प्रत्याशियों के नाम उगागर कर दिये। भाकपा के बड़े नेताओं ने अपनी घोषणा से यह साफ कर दिया कि बेगूसराय में महागठबंधन की उसे परवाह नहीं।
इस बीच महागठबंधन में अपने हिस्से में आयीं 9 सीटों में तीन के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस द्वारा जारी सूची के मुताबिक किशनगंज से मो. जावेद, कटिहार से तारीक अनवर, पूर्णिया से उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। तारीक अनवर एनसीपी को छोड़ कर कांग्रेस में लौटे हैं, जबकि उदय सिंह ने भाजपा को अलविदा कह कांग्रेस का दामन थामा है। पूर्णिया में कल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभा भी की थी।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी महागठबंधन से उम्मीद लगा कर बैठी थी कि मोदी के खिलाफ बने विपक्षी दलों के महागठबंधन में उसे भी जगह मिल जाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ। महागठबंधन ने वाम दलों से रिश्ता निभाना बेहतर नहीं माना। भाकपा समेत तमाम वाम दलों को उसने किनारे कर दिया। बेगूसराय से अपनी उम्मीदवारी को लेकर उत्साहित कन्हैया के लिए यह बड़ा झटका था। लेकिन आज भाकपा ने बेगूसराय से कन्हैया की उम्मीदवारी का आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया।
बेगूसराय सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी। उनके निधन के बाद इस सीट से भाजपा ने गिरिराज सिंह को उम्मीदवार बनाया है। गिरिराज सिंह पिछले चुनाव में नवादा सीट से भाजपा के टिकट पर जीते थे। बेगसराय में दूसरे नंबर पर राष्ट्रीय जनता दल का उम्मीदवार था। जीत-हार का अंतर लाख वोटों से कम था। राजद इसे उसी नजर से देख रहा है।
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