55 दिन की देश व्यापी यात्रा के बाद पटना पहुँचे स्वस्थ भारत यात्री
पटना। स्वस्थ भारत यात्रा-2 के चौथे चरण के दूसरे दिन स्वस्थ भारत यात्री पटना पहुँचे। यहां पर पूर्व सैनिकों की संस्था वेटरन्स इंडिया की पटना इकाई ने यात्रियों का स्वागत किया। इसके बाद यात्री दल ने गायघाट स्थित श्री कृष्णा निकेतन स्कूल के छात्रों से स्वास्थ्य विषय पर परिसंवाद किया। परिसंवाद में उत्कृष्ट सहभागिता हेतु विद्यालय के 6 विद्यार्थियों को स्वस्थ भारत (न्यास) ने जनऔषधि मित्र का प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिन विद्यार्थियों को जनऔषधि मित्र बनाया गया, उनके नाम हैं आकाश कुमार, राज सिन्हा, प्रीतम राज, सिद्धार्थ सिन्हा, अंकिता कुमारी और क्षितिज कांत।
इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य अनिल चौरसिया एवं वेटरन इंडिया के कुंदन कुमार ने भी अपनी बात रखी। पटना से यात्रा मुजफ्फरपुर, छपरा, सिवान गोपालगंज होते हुए भितिहरवा आश्रम जाएगी। वहां से गोरखपुर, बनारस, कानपुर, लखनऊ, होते हुए उत्तराखंड में प्रवेश करेगी। 6 अप्रैल को यात्रा का चौथा चरण गाजियाबाद में सम्पन होगा।
वरिष्ठ स्वास्थ्यकर्मी एवं स्वस्थ भारत (न्यास) के चेयरमैन आशुतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में निकली इस यात्रा में वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत, प्रियंका सिंह, शंभू कुमार, विवेक शर्मा, पवन कुमार एवं विनोद रोहिल्ला शामिल हैं।
जनऔषधि दिवस के अवसर पर 7 मार्च, 2019 से कोकराझाड़ (असम) से शुरू स्वस्थ भारत यात्रा-2 का तीसरा चरण सिलीगुड़ी में 23 मार्च को संपन्न हुआ। तीसरे चरण में स्वस्थ भारत यात्रियों ने असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर एवं नगालैंड का दौरा किया और 3500 किमी अपनी यात्रा में यहां पर आयोजित 29 कार्यक्रमों के माध्यम से पूर्वोत्तर के लोगों को जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान के बारे में जागरूक किया। तीसरे चरण में पांच राज्यों में जिन प्रमुख शहरों में यात्रा पहुंची, उनमें कोकराझार, गुवाहाटी, शिलांग, करीमगंज, बदरपुर (असम), अगरतला, पानीसागर, शिलचर, इंफॉल, कोहिमा, दीमापुर और तेजपुर प्रमुख हैं।
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मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए स्वस्थ भारत के न्यास के चेयरमैन आशुतोष कुमार सिंह ने पूर्वोत्तर के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वहां के लोग बहुत ही मेहनती, ईमानदार एवं परोपकारी हैं। वहां की महिलाओं की मेहनत को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर की अर्थव्यवस्था की धुरी हैं वहां की महिलाएं।
पूर्वोत्तर में खासतौर से वनवासी इलाकों में स्वास्थ्य को लेकर सघन जागरूकता अभियान चलाए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की अच्छी-अच्छी योजनाओं का लाभ यहां के लोग नासमझी में नहीं उठा पाते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि लोगों को तब तक जागरूक किया जाए, जब तक उनमें स्वास्थ्य की समझ विकसित नहीं हो जाती।
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यात्रा का दूसरा चरण नागपुर से शुरु हुआ था। नागपुर से सिलीगुड़ी तक पांच राज्यों, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़िशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में स्वस्थ भारत यात्रियों ने स्थानीय लोगों और जनऔषधि केन्द्रों के सहयोग से विभिन्न कार्यक्रमों को अंजाम दिया, इसके पहले चरण में यात्री दल ने दक्षिण भारत के सभी 7 राज्यों कर्नाटक, केरल, तमिलनाडू, पुदुचेरी, दमन, आन्ध्रप्रदेश और तेलांगना के अलावा गुजरात और महाराष्ट्र की यात्रा की, जिनमें पदयात्रा, कार रैली, बाइक रैली, विचार गोष्ठी, जनऔषधि केन्द्रों के उद्घाटन आदि कार्यक्रम उल्लेखनीय हैं। अब तक की यात्रा के क्रम में 109 आयोजन हुए हैं, जिनमें 21 दिनों के पहले चरण में 50 आयोजन हुए जबकि 15 दिनों के दूसरे चरण में 30 एवं 16 दिनों के तीसरे चरण में 29 आयोजन हुए। महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष पर गांधी जी के शहादत दिवस 30 जनवरी को उनके साबरमती स्थित साबरमती आश्रम से स्वस्थ भारत यात्रा-2 की शुरूआत हुई।
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