रांची। Jharkhand के लोग बिजली संकट से परेशान हैं। राजधानी रांची से बाहर के इलाकों में तो और बुरा हाल है। घंटों लोडशिडिंग हो रही है। हालांकि झारखंड में बिजली की लचर स्थिति पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को अधिकारियों की जम कर क्लास ली। कहा, निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें। इसके लिए सरकार हर व्यवस्था उपलब्ध करा रही है। अधिकारी इसे गंभीरता से लें। जिन जिलों में दो-तीन माह में बिजली नहीं सुधरेगी, वहां के अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी।
यह भी पढ़ेंः झारखंड के स्वर्णकार अब पिछड़े वर्गों की सूची में शुमार होंगे
उन्होंने कहा कि रांची में भी जो परेशानी है, उसे जल्द से जल्द ठीक करें। सरकार किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं करेगी। अधिकारी टाइमलाइन दें और पूरा न कर सके तो सीधी कार्रवाई होगी। इसके साथ ही गांव की हमारी जनता जो 70 साल से बिजली की बाट जोह रही थी, उन तक बिजली पहुंचा दी गयी है। अब उन्हें अच्छी गुणवत्ता और 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के लिए आधारभूत संरचना तैयार हो रही है। सभी महाप्रबंधक इसमें स्वयं ध्यान देकर काम पूर्ण करायें।
यह भी पढ़ेंः नीतीश कुमार ने कहा- JDU धारा 370 हटाये जाने के पक्ष में नहीं
उक्त बातें मुख्यमंत्री ने झारखंड मंत्रालय में झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधकों के साथ राज्य में बिजली की स्थिति की समीक्षा बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि गांव-गांव में स्ट्रीट लाइट लगायी जा रही है। इसके लिए जो भी मदद की जरूरत हो, उसमें भी महाप्रबंधक सक्रियता दिखायें। नये कनेक्शन दिये गये हैं। इस कारण लोड बढ़ा है। बाकी चीजों की जरूरत भी बढ़ी है।
यह भी पढ़ेंः बिहार में बैट्री चालित वाहनों पर 50 % कम टैक्सः सुशील मोदी
मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्बाध बिजली पहुंचाने के लिए मैनपावर सहित जो भी जरूरत है, उसकी सूची तैयार करें। तुरंत कार्रवाई होगी। महाप्रबंधक इसके लिए तय समय में तैयारी करें। मुख्यमंत्री ने सभी से टाइमलाइन बनाकर काम पूरा करने का निर्देश दिया। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार बर्णवाल, ऊर्जा सचिव वंदना डाडेल, निगम के प्रबंध निदेशक राहुल पुरवार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
यह भी पढ़ेंः दुनियाभर में 5.3 फीसदी मौतों की वजह शराब, मरने वाले युवा अधिक