भारत दौरे पर आये जिनपिंग लौटे, सार्थक रही मोदी से बातचीत

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शी जिनपिंग व नरेंद्र मोदी
शी जिनपिंग व नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली। भारत के दो दिन के दौरे पर आए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के बाद नेपाल रवाना हो गए। मोदी की मानें तो बैठक सार्थक रही। इससे पहले आज सुबह ममल्लापुरम के कोव बीच रिजॉर्ट में दोनों नेताओं के बीच लंबी बातचीत हुई। दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी हुई। रिजॉर्ट के अंदर से लेकर समंदर किनारे तक भी दोनों नेताओं के बीच गुफ्तगू का सिलसिला चलता रहा। बैठक और वार्ता के बाद पीएम मोदी ने जिनपिंग को तमिलनाडु के हस्तशिल्प कला का दर्शन कराया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने जिनपिंग के लिए लंच की  मेजबानी भी की।

पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात के बाद भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस वार्ता में कहा कि दोनों नेताओं के बीच आज करीब 90 मिनट बात हुई। इस समिट में कुल छह घंटे बात हुई। गोखले ने बताया कि एक नया मैकेनिज्म बनाया जाएगा, जिससे व्यापार, निवेश और सेवाओं पर चर्चा होगी। चीन की तरफ से वाइस प्रीमियर हू चुन्हुआ और भारत की तरफ से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इसमें शामिल होंगी। अब जनता के बीच संबंधों पर ध्यान दिया जाएगा। यह तय किया गया कि दोनों देशों की जनता को इस रिश्ते में लाया जाएगा। इसे लेकर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।

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गोखले ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के बीच कश्मीर मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई और आतंकवाद पर काफी देर तक चर्चा हुई। हालांकि दोनों देशों ने आतंकवाद और कट्टरपंथ पर चर्चा की और इससे निपटने के उपायों पर बातचीत हुई। दोनों ऐसे देशों के नेता हैं, जो न केवल क्षेत्रों और जनसंख्या के लिहाज से बड़े हैं, बल्कि विविधता के मामले में भी बड़े हैं।

विदेश सचिव ने कहा कि कैलाश मानवसरोवर यात्रियों को चीन सुविधा देगा। भारत ने चीन को दवा और आईटी क्षेत्र में निवेश का न्योता दिया है। बातचीत के दौरान कश्मीर मुद्दे का जिक्र नहीं हुआ। हालांकि हमारी स्थिति साफ है कि यह भारत का आंतरिक मामला है।

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गोखले ने कहा, ‘जिनपिंग ने भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद कहा। जिनपिंग ने अपने दौरे को यादगार बताया। भारत-चीन के बीच आगे भी अनौपचारिक बातचीत होती रहेगी। अगले साल दोस्ती के 70 साल होंगे। इस मौके पर 70 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिनपिंग ने प्रधानमंत्री को चीन आने का न्योता दिया, जिसे प्रधानमंत्री ने स्वीकार कर लिया है। हालांकि तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा। चीन भारत के साथ कारोबारी रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने को गंभीर है।’

पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को दिए ये तोहफे

दो दिनों के दौरे पर आए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भारत की कला, संस्कृति से परिचय करवाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें कुछ खास गिफ्ट्स दिए। इसमें नचियारकोइल दीप, तंजावुर पेंटिंग-डांसिंग सरस्वती शामिल हैं। इसके अलावा जिनपिंग को एक खास शॉल और पेंटिंग भी गिफ्ट की है। दूसरे दिन की मुलाकात के बाद पीएम मोदी और जिनपिंग होटल की एक प्रदर्शनी में गए। वहां मोदी ने उन्हें कांजीवरम सिल्क की शॉल गिफ्ट की। इस पर जिनपिंग की छवि दिख रही थी। इसे देख वे काफी खुश थे। इस शॉल को हाथ से बनाने में कारीगरों को 5 दिन लगे हैं।

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